भगवान किस कसूर की-त्यागी १९९२
कैसी भी रही हो इसके गीत सुनने लायक हैं. फिल्म का निर्देशन
सिब्ते हसन रिज़वी साहब ने किया है. रजनीकांत, जया प्रदा,
प्रेम चोपड़ा, शक्ति कपूर और गुलशन ग्रोवर जैसे सितारों से सजी
फिल्म में दो कलाकार और हैं-भाग्यश्री और उनके पति हिमालय.
अब आप सोच रहे होंगे ये बार बार त्यागी फिल्म के गाने क्यूँ
सुनवाए जा रहे हैं. फिल्म के नाम से एक त्यागी साहब याद आ
जाते हैं जनाब.
प्रस्तुत गीत इन्दीवर ने लिखा है और इसे मोहम्मद अज़ीज़ ने
गाया है. भगवान को मुखातिब इस प्रश्नवाचक गीत के संगीतकार
हैं बप्पी लहरी.
बहुसितारा फिल्म होना ही सफलता की गारंटी नहीं हो जाती. उसमें
दर्शकों को कुर्सी से चिपकाये रखने और सिनेमा हाल से बाहर निकलने
के बाद कुछ याद रखने लायक मसाला होना ज़रूरी है. अब ये क्या हो
इसका विचार एक टेढ़ी खीर है. आज तक शायद ही कोई निर्देशक या
निर्माता दावे के साथ नहीं कह पाया किस तत्व के कारण फिल्म हिट
होगी. फिल्म चलने के बाद तो मूढ़ भी मालूम कर लेता है कि वजह
क्या है चलने की.
वैसा ही कुछ है ब्लॉग के मामले में. आप सारा दिन दिमाग खपायें और
भाड झोकें फिर भी आप ये दावे के साथ नहीं कह सकते कि कौन सी
पोस्ट हिट होगी कौन सी फ्लॉप. लाखों ब्लॉग में से कुछ एक ही प्रसिद्धि
के शिखर को छू पाते हैं.
फिल्म सितारों के ब्लॉग बहुतेरे हैं मगर अमिताभ बच्चन का ब्लॉग सबसे
ज्यादा चर्चित है उसकी एक वजह उनका समर्पित होना भी है. उसका कंटेंट
बाकियों से उम्दा है. उसके अलावा वे जिस चीज़ में हाथ डाल देते हैं वो
सोना उगलने लगती है. यहाँ किस्मत और मेहनत दोनों का योगदान
बराबर है. आगे चर्चा करेंगे कुछ और फिल्मकारों के ब्लॉग पर भी.
गीत के बोल:
भगवान किस कसूर की दी है इसे सजा
जिंदगी यही है तो है जिंदगी में क्या
भगवान किस कसूर की दी है इसे सजा
जिंदगी यही है तो है जिंदगी में क्या
जिंदगी यही है तो है जिंदगी में क्या
पहन ली तूने खुद हथकडियां पर औरों को बचाया
तू क्या जाने उनके मन में कितना पाप समाया
आज ये जाना क्यूँ ये पापी दुनिया टिकी हुई है
तुझ जैसे अच्छे लोगों से धरती टिकी हुई है
भगवान किस कसूर की दी है इसे सजा
जिंदगी यही है तो है जिंदगी में क्या
जिंदगी यही है तो है जिंदगी में क्या
जिंदगी यही है तो है जिंदगी में क्या.
………………………………………………………
Bhagwan Kis Kasoor Ki -Tyagi 1992
Artist: Rajinikant

2 comments:
पोस्ट कुछ छोटी नहीं है ?
अगली बार थोड़ी और छोटी रखने की कोशिश करेंगे. ट्विटर का ज़माना है.
Post a Comment