Jun 19, 2015

आज मची है धूम-दर्द १९४७

गीतकार शकील बदायूनी के साथ संगीतकार नौशाद की ट्यूनिंग
बहुत पहले से जम गयी थी. बानगी है फिल्म दर्द का गीत. दर्द
फिल्म के गीत भी बहुत बजे थे फिल्म रिलीज़ के आस पास.
आज भी इक्का दुक्का गीत सुनाई दे जाते हैं फिल्म के. नौशाद
का संगीत अपने समय में बहुत लोकप्रिय रहा और आज भी उनकी
बनायीं हुई कई धुनें जनता चाव से सुनती है.

प्रस्तुत गीत उमा देवी की आवाज़ में है जिन्हें आम जनता टुनटुन के
नाम से पहचानती है. उमा देवी की आवाज़ भी दमदार है मगर उन्हें
अधिक अवसर नहीं प्राप्त हुए गायकी के. उनके जीवन की दूसरी
पारी हास्य अभिनय में गुजरी.

फिल्म दर्द का निर्देशन उस ज़माने के चर्चित निर्देशक कारदार ने किया
था.




गीत के बोल:

आज मची है धूम
झूम ख़ुशी में झूम
शौक़ भरा दिल नाचे गाये
तू क्यूं हो महरूम
झूम ख़ुशी में झूम

दिल ने किया है, दिल को इशारा
चलेंगे दोनों संग
कोई न समझे, कोई न जाने
इस दुनिया का रंग
दिल का फ़साना
या मैं जानूँ, या उनको मालूम
झूम ख़ुशी में झूम

आँखों ने इक राज़ बताया
दिल ने कही एक बात
जगमग जगमग रहें जहां में
काश यही दिन रात
सोई हुई उम्मीदें जागीं
दिल का दामन चूम
झूम ख़ुशी में झूम
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Aaj machi hai dhoom-Dard 1947

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