पाकीज़ा-ऊँगली २०१४
कर रखे जाने लगे हैं. सन २००० के बाद तो नाम
ऐसे ऐसे सुनने को मिलते हैं कि आप दांतों तले
उँगलियाँ दबा लें. आज आपको ऊँगली फिल्म से
ही एक गीत सुनवाते हैं. ये सन २०१४ की फिल्म
है यानि पिछले साल की. गीत मनोज यादव ने
लिखा है और इसकी धुन के साथ गायकी भी की
है गुलराज सिंह ने.
ऊँगली फिल्म के निर्माता करन जौहर हैं. इसमें
इमरान हाशमी, कंगना रानावत और रणदीप हूडा
जैसे कलाकार हैं.
गीत के बोल:
ओ पाकीज़ा रे
नैनों से ये दिल गिरा रे
ओ पाकीज़ा रे
अब दिल में तू ही घिरा रे
बातें तेरी लब पहने तो
लबों से कई सजदे हों
इश्क़ तेरा मेरा रब से ज़्यादा
इश्क़ तेरा मेरा पाकीज़ा है ना
इश्क़ तेरा मेरा रब से ज़्यादा
तुझसे ही ये चाह है पाकीज़ा
पाकीज़ा, पाकीज़ा
नूर सी हँसी ये कहीं जो बरसाये तू
रूह की खुशी तू ये जी ना सहलाये तू
हश्र मेरा तू इब्तिदा, उन्स तेरा जावेदा
हो ज़िन्दगी कुछ नहीं तेरे बिना
इश्क़ तेरा..
ओ पाकीज़ा रे
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Pakeezah-Ungli 2014

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