आसान नहीं यहाँ-आशिकी २-२०१३
पहुँच गया. रीमेक बनाने का सिलसिला भी वहीं से शुरू होकर
यहाँ तक पहुँच गया. जब कथानक, संगीत और अभिनय अंदाज़
अनोफिशियल तरीके से इम्पोर्ट हो जाया करते थे तब किसी प्रथा
के अनुकरण में क्या बुराई है. देव आनंद की फिल्म ‘रिटर्न ऑफ
ज्वेलथीफ’ शायद पहली सिक्वेल फिल्म कही जा सकती है.
नहीं नहीं मैं गलत हूँ. ये तो फिल्म निगाहें हैं जिसे नगीना-२
भी कहा जाता है ये वास्तव में पहली सीकेवल कही जा सकती
है. हरमेश मल्होत्रा कृत नगीना जिसमें श्रीदेवी ने अभिनय किया
था, सुपरहिट फिल्म है अपने ज़माने की.
फिल्म आशिकी-२ ९० की फिल्म आशिकी जैसी प्रसिद्ध तो नहीं हुई
और न ही इसके गीतों की रेकोर्ड तोड़ बिक्री हुयी मगर समय के
लिहाज़ से ये एक सफल फिल्म मानी जाती है और वो क्या कहते
हैं आजकल के समीक्षक-क्रिटिकली ऐक्क्लैम्ड मानी जाती है.
गीत आजकल की सनसनी अरिजीत सिंह का गाया हुआ है जिसे
लिखा है इरशाद कामिल ने और धुन है जीत गांगुली की. यह गीत
आदित्य रॉय और श्रद्धा कपूर पर फिल्माया गया है.
गीत के बोल:
आसान नहीं यहाँ आशिक़ हो जाना
पलकों पे काँटों को सजाना
आशिक़ को मिलती है ग़म की सौगातें
सबको ना मिलता ये ख़जाना
बातों से आगे, वादों से आगे
देखो ज़रा तुम कभी
ये तो है शोला, ये है चिंगारी
ये है जवाँ आग भी
जिस्मों के पीछे भागे हो फिरते
उतरो कभी रूह में
होता क्या आशिक़, क्या आशिक़ी है
होगी ख़बर तब तुम्हें
…………………………………………………..
Asaan nahin hai-Aashiqui 2

0 comments:
Post a Comment