ले के पहला पहला प्यार-सी आई डी १९५६
मगर कभी इनके अर्थ पर गौर नहीं किया. पहला पहला प्यार
लिए, आँखों में खुमार लिए एक जादूगर जादू नगरी से आया है.
यही गीत का मजमून है.
कैची धुन पर बना गीत बेहद लोकप्रिय रहा है अपने ज़माने में
और बाद में भी. इस गीत को आज की जनता भले ही डुकर
डुकरिया के ज़माने का गीत बोले, ये सदाबहार है. गुलज़ार ने
कहा है-गीत बूढ़े नहीं होते.
इसे लिखा है मजरूह सुल्तानपुरी ने और धुन बनाई ओ पी नय्यर
ने.
गीत के बोल:
ले के पहला पहला प्यार
भर के आँखों में खुमार
जादू नगरी से आया है कोई जादूगर
ले के पहला पहला प्यार
भर के आँखों में खुमार
जादू नगरी से आया है कोई जादूगर
उसकी दीवानी हाय कहूँ कैसे हो गई
जादूगर चला गया मैं तो यहाँ खो गई
नैना जैसे हुए चार
गया दिल का क़रार
जादू नगरी से आया है कोई जादूगर
ले के पहला पहला प्यार
तुमने तो देखा होगा उसको सितारों
आओ ज़रा मेरे संग मिलके पुकारो
दोनों हो के बेक़रार
ढूँढे तुझको मेरा प्यार
जादू नगरी से आया है कोई जादूगर
ले के पहला पहला प्यार
जब से लगाया तेरे प्यार का काजल
काली काली बिरहा की रतियां हैं बेकल
आजा मन के श्रृंगार
करे बिन्दिया पुकार
जादू नगरी से आया है कोई जादूगर
ले के पहला पहला प्यार
मुखड़े पे डाले हुए ज़ुल्फ़ों की बदली
चली बलखाती कहाँ रुक जा ओ पगली
नैनों वाली तेरे द्वार
ले के सपने हज़ार
जादू नगरी से आया है कोई जादूगर
ले के पहला पहला प्यार
चाहे कोई चमके जी चाहे कोई बरसे
बचना है मुश्किल पिया जादूगर से
देगा ऐसा मन्तर मार
आखिर होगी तेरी हार
जादू नगरी से आया है कोई जादूगर
ले के पहला पहला प्यार.
सुन सुन बातें तेरी गोरी मुस्काई रे
आई आई देखो देखो आई हँसी आई रे
खेले होठों पे बहार
निकला गुस्से से भी प्यार
जादू नगरी से आया है कोई जादूगर
ले के पहला पहला प्यार
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Le ke pehla pehla pyar-CID 1956
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