भीगे होंठ तेरे-मर्डर २००४
कोपी. कॉपी को मैंने कोपी क्यूँ लिखा उसकी एक वजह है.
जिस बंदे ने मुझे सबसे पहले इसके बारे में बतलाया था
उसने एग्जैक्टली यही शब्द प्रयोग किया था. उसी की याद
में ये गीत उसी को समर्पित है.
ये कुणाल गांजावाला हैं जिनके गायन में गांजे सा नशा है.
ये एक नवयुवक के उदगार हैं जो कुणाल का एक बड़ा
फैन है. ये एक संयोग है, जो कुणाल का उपनाम ऐसा है.
अब कोई गायक का उपनाम बाटलीवाला होता तो भी हम
ऐसे ही कहते-उसकी गायकी में बाटली का नशा है ?
फिल्म का नाम डरावना है और इसमें ऐसे सेक्सी गीत की
उपस्थिति कल्पना से परे है.ऐसे धाँसू गीतों में तो विवरण
को भी तेल खरीदने भेज देना चाहिए, है न जी.
गीत किस ने लिखा है पता चलते ही हम आपको सूचित करेंगे.
संगीत ज़रूर अन्नू मलिक का है, यकीन से हम कह सकते
हैं, अरे भाई फिल्म के पोस्टर पर नाम पढ़ा था हमने.
गीत के बोल:
भीगे होँठ तेरे, प्यासा दिल मेरा
लगे अब्र सा, हा, मुझे तन तेरा
जम के बरसा दे, मुझ पर घटाएं
तू ही मेरी प्यास, तू ही मेरा जाम
कभी मेरे साथ, कोई रात गुज़ार
तुझे सुबहा तक मैं हैं, करूँ प्यार हा
वो ओ ओ वो ओ ओ
वो ओ ओ वो ओ ओ
साँसें आँच तेरी, तन आग तेरा
छीने नींद मेरी, ए लूटे चैन मेरा
काला जादू करे लम्बे बाल तेरे
आँखें झील तेरी, डोरे लाल तेरे
कभी मेरे साथ कोई रात गुज़ार
तुझे सुबहा तक मैं हैं, करूँ प्यार
वो ओ ओ वो ओ ओ वो ओ ओ
ये वो ओ ओ
वो ओ ओ वो ओ ओ वो ओ ओ
ए वो ओ ओ
आँखें कह रहीं, जो ना हम कहें
उसे सुन ले तू, जो ना लब कहें
तू न सोये आज, मैं ना सोऊँ आज
तुझे देखूँ आज, तुझमें खोऊँ आज
कभी मेरे साथ कोई रात ग़ुज़ार
तुझे सुबहा तक मैं हैं, करूँ प्यार आ
वो ओ ओ वो ओ ओ वो ओ ओ
हो वो ओ ओ
भीगे होँठ तेरे, प्यासा दिल मेरा
लगे अब्र सा, हा, मुझे तन तेरा
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Bheege honth tere-Murder 2004
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