माही वे-हाईवे २०१४
गीत के मुखड़े विवरणों में लिखने का तरीका बदल गया
है. कहीं के भी शब्द लिख दिए जाते हैं जो पहेली बन
जाते हैं सुनने वाले के लिए. अब उदाहरण के लिए इस
गीत की पंक्तियाँ शुरू होती हैं-धूप पानी पे बरस जाये
मगर आज कि जनता इसे जानती है ‘माही वे’ से. ये
माही-वे फिल्म हाई-वे से लिया गया है. इसे लिखा है
इरशाद कामिल ने और इसकी धुन बनाई है ऑस्कर
विजेता संगीतकार रहमान ने.
माही वे-इन शब्दों से शुरू होने वाला एक गीत २००० के
आसपास आ चुका है. वो फिल्म कांटे में था. उस फिल्म
में आनंद राज आनंद का संगीत है.
गीत फिल्माया गया है अलिया भट्ट और रणदीप हुडा पर.
गीत के बोल:
धूप पानी पे बरस जाये
ये साये बनाये, मिटाये
मैं कहूँ और तू आ जाये, बहलाए
हर दूरी शरमाये
तू साथ है, हो दिन रात है
परछाईयाँ बतलाये
तू साथ है, हो दिन रात है
साया साया
माही वे! माही वे!
मेरी हर बात में साथ तू है
माही वे! माही वे!
मेरे सारे हालात तू
माही वे
आ ये यो
माही वे
आ ये यो
हाय सताये, मनाये, सताये
तू रुलाये, हँसाए भी तू ही
हमसाये, हर दूरी शरमाये
तू साथ है, हो दिन रात है
परछाईयाँ बतलाये
तू साथ है, हो दिन रात है
माही वे! माही वे!
मेरी सब राज़, कल आज तू है
माही वे! माही वे!
मेरी हर उड़ान एक तू
माही वे
ऐ ऐ ऐ ऐ ऐ ऐ ऐ ऐ
माही वे
ऐ ऐ ऐ ऐ ऐ ऐ ऐ ऐ
ये जीना भी, ना जीना भी
है दोनों का तुमसे ही वास्ता
मैं ही तो हूँ तेरा पता
है दूसरा ना कोई रास्ता
आये मुझ तक वो तुमको जो हो ढूंढता
मेरी खामोशियों में है तू बोलता
ये जीना भी, ना जीना भी
जो भी हुआ है, वो तुमसे हुआ
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Maahi ve-Highway 2014
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