May 30, 2016

दुनिया पागल है-शागिर्द १९६७

ये गीत हंसी के साथ शुरू होता है तो ऐसा लगता है कोई
खुशनुमा सा गीत है. हंसी अट्टहास में बदल जाती है धीमे
से. गाना है-दुनिया पागल है फिल्म शागिर्द से. आगे की जो
लाइन है  उसके लिए अच्छे अच्छे तरस जाते हैं.

कुल जमा ये एक हल्का फुल्का गीत है. फिल्म में गुरु हैं
आई एस जौहर और उनके शागिर्द हैं-जॉय मुखर्जी

गाना है म्यूजिकल हिट फिल्म शागिर्द से. उस ज़माने का
गीत जिस ज़माने में शंकर जयकिशन का बोलबाला था और
वे धीरे धीरे ढलान की ओर कदम रख रहे थे. गीत में गिटार
का अच्छा प्रयोग हुआ है. मजरूह सुल्तानपुरी के बोल हैं और
संगीत लक्ष्मी-प्यारे का..



गीत के बोल:

दुनिया पागल है या फिर मैं दीवाना
दुनिया पागल है या फिर मैं दीवाना
मुझको चाहती है जुल्फों में उलझाना
दुनिया पागल है या फिर मैं दीवाना

ये बाहें जिनको तुम गले का हार समझे हो
गेसू के जिनको तुम महकता प्यार समझे हो
ये बाहें जिनको तुम गले का हार समझे हो
गेसू के जिनको तुम महकता प्यार समझे हो
हार है फंदा प्यार है खंजर
हार है फंदा प्यार है खंजर  तुम हो निशाना
जियो मेरे शागिर्द
थैंक यू

दुनिया पागल है या फिर मैं दीवाना
दुनिया पागल है या फिर मैं दीवाना

आजादी है तो तुम हो शहजादे मेरे प्यारों
शादी हुई तो समझो भिखारी बन गए यारों
आजादी है तो तुम हो शहजादे मेरे प्यारों
शादी हुई तो समझो भिखारी बन गए यारों
जो है अकेला वो अलबेला
जो है अकेला वो अलबेला उसका ज़माना
शाबाश मेरे शागिर्द
थैंक यू

दुनिया पागल है या फिर मैं दीवाना
दुनिया पागल है या फिर मैं दीवाना

चूड़ी जो छनके तो कहो तलवार छनकी है
पायल बजे भागो के ये खतरे की घंटी है
चूड़ी जो छनके तो कहो तलवार छनकी है
पायल बजे भागो के ये खतरे की घंटी है
पढ़ने ना पाए हुस्न का साया
पढ़ने ना पाए हुस्न का साया देखो बचाना
अरे वाह वाह मेरे शागिर्द
थैंक यू

दुनिया पागल है या फिर मैं दीवाना
दुनिया पागल है या फिर मैं दीवाना
मुझको चाहती है जुल्फों में उलझाना
दुनिया पागल है या फिर मैं दीवाना
या फिर मैं दीवाना
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Duniya pagal hai-Shagird 1967

Artists-Joy Mukherji, IS Johar

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