आल इज़ वैल-3 ईडियट्स २००९
साबित हुई है। कॉलेज की ज़िन्दगी पर बनी ये फिल्म काफी
हद तक कॉलेज का असली माहौल प्रस्तुत करती है। नाटकीयता
हिंदी फिल्म का अभिन्न अंग है अतः पूर्ण सत्यता की उम्मीद
करना मंगल ग्रह पर जा के कोल्ड ड्रिंक पीने के सामान है।
नयापन ज़रूर है इस फिल्म में और कहानी भी चेतन भगत
के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान में हुए उनके अपने भारतीय
अनुभवों के आधार पर रचित उपन्यास-five point someone
पर आधारित है। इसमें किंचित संदेह नहीं की आइ. आइ .टी. में
देश के चुनिन्दा नौजवान पहुँचते हैं और वहां की शिक्षण प्रणाली
आज के नए उगे कुकुरमुत्तिये महाविद्यालयों की सोच के बाहर
है। पैदाइशी दिग्गज वहां के माहौल और चुस्त दुरुस्त पाठ्यक्रम
के थपेड़ों में तप कर और भी निखर जाते हैं। मगर ये भी तथ्य है
कि उसके बाद अधिकाँश छात्र प्रबंधन की डिग्री हासिल करके
तकनीकी और उद्योग के साथ अन्याय करते हुए एक ऐसी कुर्सी
पर जा बैठते हैं जहाँ पर उन्हें कलम घिसने की ज्यादा से ज्यादा
तनख्वाह मिलती है। स्वयं इस पुस्तक के लेखक भी उसका जीवंत
उदाहरण हैं जिन्होंने स्नातक परीक्षा आई आई टी से और स्नातकोत्तर
शिक्षा भारतीय प्रबंधन संस्थान (आइ आइ एम्) से प्राप्त करके बैंकिंग
के क्षेत्र में अपना कैरियर बनाया। ये बात ठीक है उन्होंने इस क्षेत्र में
अपना मुकाम बना लिया मगर मूल शिक्षा यानि कि तकनीकी से
उनका जुड़ाव ख़त्म हो गया।
लिखना उनका शौक है जिससे उन्हें सबसे ज्यादा प्रसिद्धि मिली।
आजकल वे सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर नामी अख़बारों
में लिखते हैं।
गीत के बोल:
जब लाइफ हो आउट ऑफ़ कण्ट्रोल,
होठों को कर के गोल
होठों को करके गोल, सीटी बजा के बोल
जब लाइफ हो आउट ऑफ़ कण्ट्रोल ,
होठों को कर के गोल
होठों को करके गोल, सीटी बजा के बोल
ऑल ईज़ वेल
मुर्गी का जाने अंडे का क्या होगा
अरे लाइफ मिलेगी या तवे पे फ्राय होगा
कोई न जाने अपना फ्यूचर क्या होगा
होंठ घुमा सीटी बजा, सीटी बजा के बोल
भैया ऑल इज़ वेल
अरे भैया ऑल इज़ वेल
अरे चाचू ऑल इज़ वेल
अरे भैया ऑल इज़ वेल
कन्फ्यूजन ही कन्फ्यूजन है
सोल्यूशन कुछ पता नहीं
सोल्यूशन जो मिले तो साला
क्वश्चन क्या था पता नहीं
दिल जो तेरा बात-बात पे घबराए
दिल पे रख के हाथ उसे तू फुसला ले
दिल इडियट है प्यार से उसको समझा ले
होंठ घुमा सीटी बजा, सीटी बजा के बोल
भैया ऑल इज़ वेल
अरे भैया ऑल इज़ वेल
अरे चाचू ऑल इज़ वेल
अरे भैया ऑल इज़ वेल
स्कोलरशिप की पी गया दारु
गम तो फिर भी मिटा नहीं
अगरबत्तियाँ राख हो गयी
गॉड तो फिर भी दिखा नहीं
बकरा क्या जाने उसकी जान का क्या होगा
सीख घुसेगी या साला कीमा होगा
कोई न जाने अपना फ्यूचर क्या होगा
तो होंठ घुमा सीटी बजा , सीटी बजा के बोल
भैया ऑल इज़ वेल,
अरे भैया ऑल इज़ वेल
अरे चाचू ऑल इज़ वेल
अरे भैया ऑल इज़ वेल
जब लाइफ हो आउट ऑफ़ कण्ट्रोल,
होंठों को कर के गोल
होंठों को कर के गोल, सीटी बजा के बोल
ऑल इज्ज़ वेल
मुर्गी का जाने अंडे का क्या होगा
क्या होगा
अरे लाइफ मिलेगी या तवे पे फ्राय होगा
हो हो हो
कोई न जाने अपना फ्यूचर क्या होगा
क्या होगा
होंठ घुमा सीटी बजा, सीटी बजा के बोल
भैया ऑल इज़ वेल
अरे मुर्गी ऑल इज़ वेल
अरे बकरे ऑल इज़ वेल
अरे भैया ऑल इज़ वेल
ना रा ना ना ना ना ना ना
अरे भैया ऑल इज़ वेल
ना रा ना ना ना ना ना ना
अरे भैया ऑल इज़ वेल
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Aal Izz Well-3 Idiots 2009
Artists: Aamir Khan, Madhavan, Sharman Joshi,
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