साजन से बिछड कर दिल ने-हमारी मंजिल १९४९
बनाये वे तो याद आ जाते हैं आसानी से, मगर, गीता दत्त के गाये
गीत आप कोशिश कर लीजिए ध्यान ही नहीं आयेंगे. उन्हें ज्यादा
प्रसिद्धि नहीं मिली. उनकी बात नहीं हो रही है जो संगीतकार जोड़ी
हुस्नलाल भगतराम के परम भक्त हैं उन्हें तो शायद पूरे गीत ध्यान
आ जायेंगे. कई गीता दत्त के बड़े बड़े फैन भी याद नहीं रख पाते
ऐसी जानकारी.
आज ‘साजन’ शब्द वाले गीत देख रहा था तो उसमें से ये निकल के
आया फिल्म हमारी मंजिल का गीत जिसे कमर जलालाबादी ने
लिखा है. फिल्म के निर्देशक हैं ओ पी दत्ता जिन्होंबे सन १९४८ की
फिल्म प्यार की जीत का निर्देशन भी किया था जिसमें सुरैया नायिका
थीं और उनके कुछ गाये हुए गीत भी लोकप्रिय हुए थे. सन १९५० के
बाद दत्ता ने हुस्नलाल भगतराम की सेवाएं नहीं लीं. १९५१ की फिल्म
एक नज़र में उन्होंने सचिन देव बर्मन से संगीत तैयार करवाया.
गीत के बोल:
साजन से बिछड कर दिल ने कहा
साजन से बिछड कर दिल ने कहा
तुम हँसते रहो हम रोते रहें
तुम हँसते रहो हम रोते रहें
तुम ठुकराओ हम करें दुआ
तुम ठुकराओ हम करें दुआ
तुम हँसते रहो हम रोते रहें
तुम हँसते रहो हम रोते रहें
भगवान से कोई मांगे खुशी
भगवान से कोई मांगे खुशी
कोई मांगे मुहब्बत साजन की
भगवान से कोई मांगे खुशी
भगवान से कोई मांगे खुशी
कोई मांगे मुहब्बत साजन की
हमने बस इतना मांग लिया
हमने बस इतना मांग लिया
तुम हँसते रहो हम रोते रहें
तुम हँसते रहो हम रोते रहें
दुनिया ने तुमसे दूर किया
दुनिया ने तुमसे दूर किया
और रोने पर मजबूर किया
दुनिया ने तुमसे दूर किया
दुनिया ने तुमसे दूर किया
और रोने पर मजबूर किया
रोते रोते भी हमने कहा
रोते रोते भी हमने कहा
तुम हँसते रहो हम रोते रहें
तुम हँसते रहो हम रोते रहें
साजन से बिछड कर दिल ने कहा
साजन से बिछड कर दिल ने कहा
तुम हँसते रहो हम रोते रहें
तुम हँसते रहो हम रोते रहें
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Saajan se bichhad kar dil ne-Hamari manzil 1949
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