खुद से बातें करते रहना-माया मेमसाब १९९३
इसका एक गीत सुनेंगे आज. लता मंगेशकर के गाये इस
गीत की रचना की है गुलज़ार ने. संगीत दिया है ‘समय से
आगे’ का संगीत देने वाले हृदयनाथ मंगेशकर ने.
केतन मेहता का निर्देशन है और इस फिल्म के कलाकार हैं
दीपा मेहता, फारूक शेख, शाहरुख खान और राज बब्बर.
फिल्म के कुछ गीत काफी चर्चित हुए. गीत दीपा मेहता पर
फिल्माया गया है.
गीत के बोल:
खुद से बातें करते रहना
खुद से बातें करते रहना
बातें करते रहना
हो ओ, आँखें मूंदे दिन में
मीठी रातें भरते रहना
खुद से बातें करते रहना
खुद से बातें
खुद से कहना जाती हूँ मैं
खुद से कहना जाती हूँ मैं
खुद से कहना आई मैं
ऐसा भी होता है न
हल्की सी तन्हाई में
तन्हाई में तसवीरों के
तन्हाई में तसवीरों के
चेहरे भरते रहना
खुद से बातें करते रहना
बातें करते रहना
हो ओ, आँखें मूंदे दिन में
मीठी रातें भरते रहना
खुद से बातें करते रहना
खुद से बातें
भीगे भीगे मौसम में क्यों
बरखा प्यासी लगती है
जी तो खुश होता है लेकिन
एक उदासी लगती है
ऐ वैं ही बस रूठी खुद से
ऐ वैं ही बस रूठी खुद से
ऐं वैं मनते रहना
खुद से बातें करते रहना
खुद से बातें करते रहना
बातें करते रहना
हो ओ, आँखें मूंदे दिन में
मीठी रातें भरते रहना
खुद से बातें करते रहना
खुद से बातें
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Khud se batein karte rehna-Maya memsaab 1993
Artist:Deepa Sahi
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