परदेसिया ये सच है-मि.नटवरलाल १९७९
किसी के लिए नहीं भी. सबका अपना फंडा है सी मामले में.
गीत क्यूँ सुने जाते हैं ? ये विचार कई बार दिमाग में आता है.
इसका जवाब सही सटीक अभी तक नहीं मिल पाया, हाँ, कारण
बहुत से आपको गिनवा दिए जायेंगे. शायद सामान्य बोलचाल से
हट कर जो कुछ होता है उसकी तरफ दिमाग आकर्षित होता है.
सामान्य से हटकर शोरगुल भी होता है जिसकी तरफ न चाहते
हुए भी ध्यान चला जाता है.
क्या गीत संगीत से मन शांत होता है. इसका जवाब है हाँ. इस
बात के उलट भी बात होती है कभी कभी लेकिन बहुत कम.
संगीत थेरेपी आ आजकल इस्तेमाल होने लगा है. तनाव और
अवसाद से निपटने में ये बहुत कारगर है.
गीत मनोरंजन का जरिया तो हैं ही. आइये इसी बात पर एक
गीत सुन लिया जाए फिल्म मिस्टर नटवरलाल से जिसे लिखा है
आनंद बक्षी ने और जिसकी धुन बनाई है राजेश रोशन ने.
गीत के बोल:
हे हे हे रे चोरी चोरी
मिलते हैं रे चाँद चकोरी
हो परदेसिया
परदेसिया ये सच है पिया
सब कहते हैं मैंने
तुझको दिल दे दिया
परदेसिया
परदेसिया ये सच है पिया
सब कहते हैं मैंने
तुझको दिल दे दिया
मैं कहती हूँ तूने
मेरा दिल ले लिया
फूलों में कलियों में
गाँव की गलियों में
हम दोनों बदनाम होने लगे हैं
नदिया किनारे पे
छत पे चौबारे पे
हम मिल के हँसने रोने लगे हैं
सुन के पिया
सुन के पिया आ धड़के जिया
सब कहते हैं मैंने
तुझको दिल दे दिया
मैं कहती हूँ तूने
मेरा दिल ले लिया
हो ओ ओ
आ आ आ आ आ आ आ आ
लोगों को कहने दो कहते ही रहने दो
सच झूठ हम क्यूँ सबको बतायें
मैं भी हूँ मस्ती में
तू भी है मस्ती में
आ इस ख़ुशी में हम नाचें गायें
किसको पता
किसको पता क्या किसने किया
सब कहते हैं तूने
मेरा दिल ले दिया
मैं कहती हूँ तूने
मेरा दिल ले लिया
मेरा दिल कहता है
तू दिल में रहता है
मेरे भी दिल की कली खिल गई है
तेरी तू जाने रे माने न माने रे
मुझको मेरी मंज़िल मिल गई
तू मिल गया
तू मिल गया आ मुझको पिया
सब कहते हैं मैंने
तुझको दिल दे दिया
मैं कहती हूँ तूने
मेरा दिल ले लिया
परदेसिया
परदेसिया ये सच है पिया
सब कहते हैं मैंने
तुझको दिल दे दिया
मैं कहती हूँ तूने
मेरा दिल ले लिया
............................................................
Pardesiya ye sach hai piya-Mr. Natwarlal 1979
Artists-Amitabh bachchan, Rekha
0 comments:
Post a Comment