चाँद को देखो जी-चाँद मेरे आ जा १९६०
वर्ष: १९६०
गायक: रफ़ी, लता
गीतकार: ईश्वर चंद्र कपूर
संगीतकार: चित्रगुप्त
गीत के बोल:
चाँद को देखो जी
चाँद को देखो जी
मस्ती लुटाए जादू जगाए
दिल में हमारे रे
चाँद ये कहता है
चाँद ये कहता है
धरती की रानी हँसती जवानी
दिन हैं तुम्हारे रे
चाँद को देखो जी
पहली नज़रिया तोरी
दिल मेरा ले गई गोरी
पहली नज़रिया तोरी
दिल मेरा ले गई गोरी
हमने लुटा दी दुनिया
और तुमने लगा दी चोरी
बात ये कैसी है
बात ये कैसी है
यूँ न सताओ हम तो सजन हैं
नैनों के मारे रे
चाँद को देखो जी
चाँद को देखो जी
मस्ती लुटाए जादू जगाए
दिल में हमारे रे
चाँद को देखो जी
रात है भीगी भीगी
और साथ है सजन तेरा
रात है भीगी भीगी
और साथ है सजन तेरा
मेरी तमन्ना ये है
अब हो न कभी सवेरा
रात ये तेरी है
रात ये तेरी है
तारों की टोली नीले गगन में
ये ही पुकारे रे
चाँद को देखो जी
चाँद को देखो जी
मस्ती लुटाए जादू जगाए
दिल में हमारे रे
दिल से दिल कह देगा
हम मुंह से ना बोलेंगे
दिल से दिल कह देगा
हम मुंह से ना बोलेंगे
धडकन में हों बातें
हम नैना ना खोलेंगे
चाँद मेरे आ जा रे
चाँद मेरे आ जा रे
नन्हा सा दिल है भोला सा दिल है
बस में तुम्हारे रे
चाँद को देखो जी
चाँद को देखो जी
मस्ती लुटाए जादू जगाए
दिल में हमारे रे
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Chand ko dekho ji-Chand mere aaja 1960
Bharat Bhushan, Nanda
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