चार दिनों की जवानी-रोटी १९४२
ज्यादा हो सकते हैं मगर बनते ज़रूर हैं. सन १९४२ की फिल्म
रोटी का संगीत कुछ अलग है. अनिल बिश्वास के टोटल आउटपुट
को खंगालें तो उत्तम कोटि के एल्बमों में से एक है.
सफ़दर आह सीतापुरी के सटीक तीर वाला एक गीत आपने सुना
है पहले इस फिल्म से. दूसरा गीत सुनते हैं जिसमें नसीहत दी
गयी है. चंद्रमोहन, शेइख मुख्तार, अख्तरी बाई, अशरफ खान
और सितारा से जैसे कलाकारों से सजी इस फिल्म का निर्माण
नेशनल स्टूडियोज बॉम्बे द्वारा किया गया. फिल्म का निर्देशन
महबूब ने किया था.प्रस्तुत गीत फिल्म में देखने के लिए मौजूद
नहीं है. ये केवल रिकोर्ड पर उपलब्ध है. बेगम अख्तर ने इसे
गाया है.
गीत के बोल:
चार दिनों की जवानी
मतवाले पी ले पी ले
चार दिनों की जवानी
मतवाले पी ले पी ले
चार दिनों की जवानी
छलके जाए दिल के प्याले रे प्याले
छलके जाए दिल के प्याले रे प्याले
मतवाले पी ले पी ले
चार दिनों की जवानी
मतवाले पी ले पी ले
चार दिनों की जवानी
ये दुनिया है एक मयखाना
ये दुनिया है एक मयखाना
खाली भर भर भर पैमाना
ये दुनिया है एक मयखाना
खाली भर भर भर पैमाना
दम भर मौज उड़ा ले उड़ा ले
हाँ हाँ दम भर मौज उड़ा ले उड़ा ले
मतवाले पी ले पी ले
चार दिनों की जवानी
मतवाले पी ले पी ले
चार दिनों की जवानी
छलके जाए दिल के प्याले रे प्याले
छलके जाए दिल के प्याले रे प्याले
मतवाले पी ले पी ले
चार दिनों की जवानी
मतवाले पी ले पी ले
चार दिनों की जवानी
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Char dinon ki jawani-Roti 1942
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