महाराजा महाराजा-एजेंट ००९ १९८०
सुनवा चुके हैं पहले जिसकी दाद खुजली वगैरह की अभी
तक दरकार है. उसी की आस में अगला गीत प्रस्तुत है
फिल्म से जिसे दिलराज कौर ने गाया है. बड़ी गायिकाओं
की छाया में कई गायिकाओं ने अपना जीवन गुज़ारा और
उन्हें मुख्य धारा के सिनेमा में गाने के अवसर कम मिले.
यहाँ मुख्य धारा से आप ‘ऐ’ ग्रेड फ़िल्में समझ लें.
गीत लिखा है नंदी खन्ना ने जिसका संगीत तैयार किया
है सोनिक-ओमी ने.
गीत के बोल:
महाराजा महाराजा
महाराजा महाराजा
हीरा हूँ कोहिनूर हूँ मैं
महाराजा की धूल हूँ मैं
तू जौहरी बन दिल में समा जा
आ जा आ जा आ जा
महाराजा महाराजा
महाराजा महाराजा
हीरा हूँ कोहिनूर हूँ मैं
महाराजा की धूल हूँ मैं
तू जौहरी बन दिल में समा जा
आ जा आ जा आ जा
महाराजा महाराजा
नीली पीली रौशनी में
चमकूँ मैं ऐसे
काले काले बादलों में
बिजली हो जैसे
नीली पीली रौशनी में
चमकूँ मैं ऐसे
काले काले बादलों में
बिजली हो जैसे
नज़रों से दिल को चुरा जा
महफ़िल में हलचल मचा जा
आ जा आ जा महाराजा महाराजा
महाराजा महाराजा
ढूंढेगा चिराग ले कर
दिलबर जानी
मिलेगी न तुझे ऐसी
रेशमी जवानी
ढूंढेगा ढूंढेगा चिराग ले कर
दिलबर जानी
मिलेगी न तुझे ऐसी
रेशमी जवानी
जुल्फों के साये में आ जा
रातों को रंगीन बना जा
आ जा आ जा महाराजा महाराजा
महाराजा महाराजा
हीरा हूँ कोहिनूर हूँ मैं
महाराजा की धूल हूँ मैं
तू जौहरी बन दिल में समा जा
आ जा आ जा आ जा
महाराजा महाराजा
महाराजा महाराजा
महाराजा महाराजा
महाराजा महाराजा
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Maharaja maharaja-Agent 009
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