रुमझुम रुमझुम चाल-तानसेन १९४३
हैं जिसे खेमचंद प्रकाश ने संगीतबद्ध किया है पंडित इन्द्र के
बोलों पर.
फिल्म तानसेन के प्रमुख कलाकार के एल सहगल और खुर्शीद
थे. १६ वीं शताब्दी में मुग़ल बादशाह अकबर के दरबार में
नवरत्नों में से एक तानसेन संगीत के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक
और प्रसिद्ध हस्ती थे. हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत में उनका
स्थान उच्च है और रहेगा. उन्होंने कई राग-रागिनियों की
रचना भी की. उनके संगीत से जुडी कई किवदंतियां पीढ़ी-दर
पीढ़ी चली आ रही हैं.
फिल्म में कुल जमा १३ गीत हैं जो कि पंडित इन्द्र ने लिखे.
फिल्म सन १९४३ की सबसे सफल फिल्मों में से एक है और
इसके गीत भी सुपर डुपर हिट हुए.
फिल्म की सिचुएशन के हिसाब से ये गीत मतवाले हाथी को
काबू में करने के लिए गाया जा रहा है.
गीत के बोल:
रुमझुम रुमझुम चाल तिहारी
रुमझुम रुमझुम चाल तिहारी
काहे भई मतवारी
रुमझुम रुमझुम चाल तिहारी
काहे भई मतवारी
बलिहारी बलिहारी
बलिहारी बलिहारी
ऐरावत बलिहारी
बलिहारी बलिहारी
ऐरावत बलिहारी
रुमझुम रुमझुम चाल तिहारी
काहे भई मतवारी
रुमझुम
तुम्हरी चाल जो चले कामनी
तुम्हरी चाल जो चले कामनी
पिया मन भावे वो गज गामिनी
पिया मन भावे वो गज गामिनी
बिसरत काहे बिरज आपनो
यह अचरज है भारी
रुमझुम रुमझुम चाल तिहारी
काहे भई मतवारी
रुमझुम
बलिहारी बलिहारी
बलिहारी बलिहारी
ऐरावत बलिहारी
रुमझुम रुमझुम चाल तिहारी
काहे भई मतवारी
रुमझुम
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Rumjhu rumjhum chal-Tansen 1943
Artists: KL Saigal, Khursheed
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