आया आया अटरिया पे कोई चोर-मेरा गांव मेरा देश १९७१
होता आया है. ये किसी भी रूप में सामने आते हैं चाहे मानवीय
गुणों के रूप में हो, अदम्य साहस के रूप में, अत्यंत बल के रूप
में, करिश्माई रचनाओं के रूप में.
हिंदी फिल्म और फिल्म संगीत जगत में भी कई अचम्भे हुए हैं
और आगे होते रहेंगे. कुछ कुछ फेनोमेना सदियों में एक बार हुआ
करते हैं जैसे लता मंगेशकर की आवाज़, बहुमुखी प्रतिभा वाले
किशोर कुमार जैसे नायक, मधुबाला जैसी अलौकिक सौंदर्य वाली
अभिनेत्री इत्यादि इत्यादि.
फिल्म मेरा गांव मेरा देश में बहुत कुछ है-राज खोसला का निर्देशन,
गरम धरम, नई पीढ़ी के हृष्ट पुष्ट हीरो विनोद खन्ना, आशा पारेख
की एक्टिंग, लक्ष्मी छाया का प्रसिद्ध-मार दिया जाए के छोड़ दिया
जाए, कैची धुनों वाले गाने जो एक समय सर चढ के बोले थे
पब्लिक के. डाकुओं की पृष्ठभूमि पर बनी फिल्म में सारे मसाले
मौजूद हैं. कुल मिला के ये टिपिकल भारतीय मनोरंजन पैसा वसूल
फिल्म है. अगर आपने नहीं देखी तो एक बार अवश्य देखें.
फिल्म में लता के गाये २-३ गीत हैं, एक रोचक युगल गीत है
लेकिन जो मुझे सबसे ज्यादा पसंद है वो है-आया आया अटरिया
पे कोई चोर. कुछ हास्य कलाकारों ने इस गीत के बारे में प्रसंग
बताएं हैं के कैसे ये शादी में दूल्हे के आगमन के वक्त बजा और
क्या प्रतिक्रिया मिली. इसे मैंने वास्तव में एक शादी के अवसर
पर बजते सुना है. आज भी सोच के हंसी आती है कि इसके अलावा
फेरों के वक्त ‘मार दिया जाए के छोड़ दिया जाए’ बजाया गया,
बेचारे दूल्हे की क्या हालत हुई होगी. वैसे ये कोई अनूठा वाकया
नहीं है, शादी के रिसेप्शन के वक्त फिल्म शोले का डायलॉग वाला
रेकोर्ड भी बजता था-कितने आदमी थे?
ये गीत चुनने के पीछे एक वजह और है-लता ने लक्ष्मी प्यारे के
लिए सबसे ज्यादा गीत गाये. आम जनता को जो गीत पसंद होते
हैं वो लक्ष्मी प्यारे ने खूब बनाये. हम खास की बात बिलकुल नहीं
कर रहे हैं यहाँ.
प्रस्तुत गीत लक्ष्मी छाया पर फिल्माया गया है. इसे लिखा है
आनंद बक्षी ने. गायिका आप पहचान ही गए होंगे. आज ८७ साल
की हो चुकी हैं. #latamangeshkarbirthday
गीत के बोल:
आया आया अटरिया पे कोई चोर
आया आया अटरिया पे कोई चोर
आया आया ..........पे कोई चोर
ओ भाभी आना दीपक जलाना
ओ भाभी आना ज़रा दीपक जलाना
देखो बलम है या कोई और
डर गई मैं के मर गई मैं
के आया आया अटरिया पे कोई चोर
ओ भाभी आना दीपक जलाना
ओ भाभी आना ज़रा दीपक जलाना
देखो बलम है या कोई और
डर गई मैं रे मर गई मैं
के आया आया अटरिया पे कोई चोर
आया आया
मन ऊपर नीचे खिडकी के पीछे
अंखियों को मीचे
बैठी मैं सोचूं सांवरी इब का करूं मैं बाँवरी
बैरी बलम हो तो चुप रहूँ मैं
बैरी बलम हो तो चुप रहूँ मैं
दूजा कोई हो मचा दूं मैं शोर
आया आया अटरिया पे कोई चोर
आया आया
धोखा खाया है जी घबराया है
कोई आया है
रैना में नैना जग गए अंगना में कंगना बज गए
मैं नाची ऐसे कठपुतली जैसे
मैं नाची ऐसे कठपुतली जैसे
ना जाने खींची है किसने डोर
आया आया अटरिया पे कोई चोर
आया आया
सौ मतवारी कारी कजरारी
सैयां मैं हारी
देता दिखाई कुछ नहीं छुप ना गया हो वो कहीं
घर में छिपा तो जायेगा पकड़ा
घर में छिपा तो जायेगा पकड़ा
मन में छिपा तो फिर क्या है जोर
आया आया अटरिया पे कोई चोर
आया आया
......पे कोई चोर आया
अटरिया ....चोर आया आया
अटरिया पे कोई
डर गई मैं रे मर गई मैं
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Aaya aaya tariya pe koi chor-Mera gaon mera desh 1971
Artists: Laxmi Chaaya, Dharmendra
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