गम की दवा तो प्यार है-अमानुष १९७५
गीत है. श्यामल मित्रा के संगीत से सजी इस फिल्म के
गीत काफी सुने गये जनता द्वारा. फिल्म में बंगाली सिनेमा
के चर्चित कलाकार उत्तम कुमार हैं मगर उस समय की बात
की जाए तो हिंदी भाषी जनता शर्मिला की वजह से फिल्म
देखने गयी थी और उत्तम कुमार के अभिनय की भी कायल
हो गयी.
फिल्म को लोकप्रिय करने में किशोर कुमार के गीत का काफी
बड़ा योगदान रहा और उस गीत को आज भी आप यदा-कदा
सुन सकते हैं. परदे पर गीत प्रेमा नारायण गा रही हैं. गीत
इन्दीवर ने लखा है.
गीत के बोल:
ग़म की दवा तो प्यार है
ग़म की दवा शराब नहीं
ठुकराओ ना हमारा प्यार
इतने तो हम ख़राब नहीं
ग़म की दवा तो प्यार है
जाता है जो जाने दो
आता है वो आने दो
जाता है जो जाने दो
आता है वो आने दो
बीती बातें बीत गईं
नई बहारें आने दो
बगिया में फूल हज़ारों हैं
एक ही तो गुलाब नहीं
ग़म की दवा शराब नहीं
घाव जिया के भर देंगे
टूटा दिल हम जोड़ेंगे
घाव जिया के भर देंगे
टूटा दिल हम जोड़ेंगे
बन के रहेंगे साथी हम
साथ कभी ना छोड़ेंगे
अब तो तुमको सता सके
इतनी किसी में ताब नहीं
ग़म की दवा तो प्यार है
ग़म की दवा शराब नहीं
ग़म की दवा तो प्यार है
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Gham ki dawa to pyar hai-Amanush 1975
Artists: Prema Narayan, Uttam Kumar
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