ओ बेखबर तुझे क्या पता-अकलमंद १९६६
आई एस जौहर के संग कुछ अनजान कलाकारों पर फिल्माया
गया है., है तो ये एक फ़िल्मी कव्वाली मगर रोचक है. इस
कव्वाली को लिखा है अज़ीज़ कश्मीरी ने और इसकी धुन बनाई
है ओ पी नैयर ने.
गीत में किशोर कुमार और आई एस जौहर दोनों के लिए पार्श्व
गायन महेंद्र कपूर ने किया है. महेंद्र कपूर से वे बोल भी गवा
लिए गए हैं जिनके लिए किशोर कुमार विख्यात थे.
गीत में पुराने ज़माने के गायक जी एम् दुर्रानी और नयी पीढ़ी
के गायक भूपेंद्र की आवाजें भी है. भूपेंद्र सन १९६६ के हिसाब
से युवा पीढ़ी के उभरते गायक थे.
गीत के बोल:
तुम हो और क्या हो हम जान गए हैं
अब सामने आ जाओ के पहचान गए हैं
ओ बेखबर तुझे क्या पता
मिले दिल जिसे वो है बादशाह
ओ बेखबर तुझे क्या पता
मिले दिल जिसे वो है बादशाह
वो जो दर्द दुनिया का बाँट ले
वो बशर नहीं
वो बशर नहीं वो तो है खुदा
ओ बेखबर तुझे क्या पता
तोड़े जो किसी का दिल कोई
कहते हैं फलक हिल जाता है
एक पर्दानशीं की बात है क्या
ढूंढें से खुदा मिल जाता है
ये भेद की बात कहें कैसे
दिलवालों ने क्या क्या देख लिए
मंसूर चढा जब सूली पर
दुनिया ने तमाशा देख लिया
है खुदा का भी यही फैसला
है खुदा का भी यही फैसला
मिले दिल जिसे वो है बादशाह
वो जो दर्द दुनिया का बाँट ले
वो बशर नहीं वो तो है खुदा
ओ बेखबर तुझे क्या पता
कुछ लोग बदल कर भेस यहाँ
संसार को धोखा देते हैं
झूठी ही तसल्ली दे दे कर
बीमार को धोखा देते हैं
कुछ ऐसे भी हैं दिलवाले यहाँ
जो जान के धोखा खाते हैं
दुश्मन को दोस्त समझते हैं
पहचान के धोखे खाते हैं
लुटा दिल तो दिल ने यही कहा
लुटा दिल तो दिल ने यही कहा
कहते हैं के दुनिया से पहले
दिलवालों की तस्वीर बनी
फिर हुस्न बना फिर इश्क बना
फिर आशिक की तकदीर बनी
दीवाने हमें गाफिल ना समझ
हम आशिक हैं अनजान नहीं
हर बात को खूब समझते हैं
हैं अकलमंद नादान नहीं
जो किसी के गम से हो आशना
जो किसी के गम से हो आशना
वो बशर नहीं वो तो है खुदा
ओ बेखबर तुझे क्या पता
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O bekhabar tujhe kya pata-Akalmand 1966
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