ओ दिलदार बोलो एक बार-स्कूल मास्टर १९५९
को ulze ulze गाते हैं याद आ गए आज. ये गीत सुनते सुनते
याद आये और ऐसे आये कि इस गीत को ३-४ बार सुन लिया.
zee चाहता है २ बार और सुन लूं.
गोरी ‘सुकुमार’ को’ सरकार’ भी बना दिया गया है गीत में. ये
कवि लोग ना जाने क्या क्या लिख कर बेचारे अनपढ़ प्रेमियों
की कठिन परीक्षा ले लेते हैं. उस पर से गीत का फिल्मांकन
करने वाले और कन्फ्यूज कर देते हैं. समझ नहीं आता कि गीत
गाने के लिए तांगे, मोटर कार और रेलगाड़ी में बैठना ज़रूरी है?
प्यूरिटन लोगों में से एक वसंत देसाई ने एक मस्त कर देने
वाली धुन बनाई है कवि प्रदीप के लिखे गीत के लिए. ये इतना
झकास है कि आप इस पर आसानी से ट्विस्ट नृत्य कर सकते
हैं. तेज गति वाला मस्ती भरा गीत है ये फिल्म स्कूल मास्टर
से. करण दीवान और बी सरोजा देवी पर ये गीत फिल्माया गया
है. घोडा है तांगा है इसलिए इस गीत में घोड़े की टाप वाला
संगीत है. हीरो के नाम का मैंने तुक्का लगाया है हो सकता है
कोई और हो.
गीत के बोल:
ओ दिलदार बोलो एक बार
क्या मेरा प्यार पसन्द है तुम्हें
ओ गोरी सुकुमार हमारी सरकार
बड़ा तेरा प्यार पसन्द है हमें
ओ हो हो ओ दिलदार बोलो एक बार
क्या मेरा प्यार पसन्द है तुम्हें
ओ गोरी सुकुमार हमारी सरकार
बड़ा तेरा प्यार पसन्द है हमें
ये उलझे उलझे बाल
ये मस्ती भरी चाल
हो हो हो ओ ओ
ये उलझे उलझे बाल
ये मस्ती भरी चाल
क्या ख़याल है क्या ख़याल है
तेरी हर चाल ढाल गोरी जादू रही डाल
हो कमाल है, हो कमाल है
पिया देख लो
पिया देख लो जवानी का सुहाना इक़रार
ओ दिलदार बोलो एक बार
क्या मेरा प्यार पसन्द है तुम्हें
ओ गोरी सुकुमार हमारी सरकार
बड़ा तेरा प्यार पसन्द है हमें
करोगे जी कब मेरे दिल में घर
बोलो जादुगर
हम तो कभी के हुए तेरे दिलबर
अब काहे की फ़िकर
हो करोगे जी कब मेरे दिल में घर
बोलो जादुगर
हम तो कभी के हुए तेरे दिलबर
अब काहे की फ़िकर
तो फिर आओ जी
तो फिर आओ जी मेरा दिल बड़ा है बेक़रार
ओ दिलदार बोलो एक बार
क्या मेरा प्यार पसन्द है तुम्हें
ओ गोरी सुकुमार हमारी सरकार
बड़ा तेरा प्यार पसन्द है हमें
आ आ आ आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ
ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
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O dildaar bolo ek baar-School Master 1959
Artists: Karan Deewan, B Saroja Devi
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