कबीरा कहे ये जग अंधा-डा. बाबासाहेब अंबेडकर २०००
अलग फ्लेवर वाला है, उपदेशात्मक गीत है. जब्बार पटेल
निर्देशित फिल्म डा. बाबासाहेब अंबेडकर से ये गीत किया गया
है. परंपरागत बोलों को सुरों में ढाला है अमर हल्दीपुर ने.
रवींद्र साठे और विनोद सहगल इसे गा रहे हैं. रवींद्र साठे का
गाया एक गीत आप सुन चुके हैं पहले. विनोद सहगल गज़ल
गायन के लिए मशहूर हैं. जगजीत सिंह के संगीत निर्देशन
में उनका एक एल्बम १९८४ में आया था. गुलज़ार द्वारा निर्मित
मिर्ज़ा ग़ालिब पर बने सीरियल में भी कुछ गज़लों में आप
उनकी आवाज़ सुन सकते हैं. फिल्मों में भी उनके कुछ गीत
हैं जो हम आपको सुनवायेंगे आगे.
दक्षिण भारत के प्रसिद्ध कलाकार ममूटी ने फिल्म में अम्बेडकर
का रोल किया था जिसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय
पुरस्कार भी प्राप्त हुआ. फिल्म का निर्माण एन एफ डी सी ने
किया था. अंग्रेजी में बनी फिल्म को ९ भारतीय भाषाओँ में डब
किया गया था.
गीत के बोल:
कबीरा कहे ये जग अंधा
अंधी जैसी गाय बछड़ा था सो मर गया
अंधी जैसी गाय बछड़ा था सो मर गया
झूठी जाम चटाये
कबीरा कहे ये जग अंधा
कबीरा कहे ये जग अंधा
गगन घटा गहरानी साधो
गगन घटा गहरानी साधो
गगन घटा गहरानी
पूरब दिशा से उठी है बदरिया
हो पूरब दिशा से उठी है बदरिया
रिमझिम बरसात पानी रिमझिम बरसात पानी
पूरब दिशा से उठी है बदरिया
रिमझिम बरसात पानी हो रिमझिम बरसात पानी
अंधी जैसी गाय बछड़ा था सो मर गया
झूठी जाम चटाये
कबीरा कहे ये जग अंधा
कबीरा कहे ये जग अंधा
कबीरा कहे ये जग अंधा
कबीरा कहे ये जग अंधा
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Kabira kahe ye jag andha-Dr. Babasaheb Ambedkar 2000
Artist:Mamoothy
1 comments:
Fabulous
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