देखो देख रहा था पपीहा-फ़रियाद १९६४
एक बार और सुनना चाहते हैं. कुछ अलग सा होता है ऐसे गीतों
में. आज सुनिए फिल्म फ़रियाद से पपीहा हिट. गीत में पपीहे को
तबियत से याद किया गया है.
केदार शर्मा रचित इस गीत की धुन बनाई है स्नेहल भाटकर ने
और सुमन कल्याणपुर के संग महेंद्र कपूर ने इस रोचक गीत को
गाया है.
गीत में अशोक शर्मा और जेब रहमान नामक कलाकार हैं. अशोक
केदार शर्मा के पुत्र हैं.
गीत के बोल:
वो देखो देख रहा था पपीहा
पपीहा देखो देख रहा था पपीहा
पपीहा जा के सबसे कहेगा पपीहा
पपीहा भला चुप क्यूँ रहेगा
पपीहा देखो देख रहा था
रिम झिम झिम गगरिया बरसे
रिम झिम झिम गगरिया बरसे
ऐसे में जइयो नहीं घर से
ऐसे में जइयो नहीं घर से
हमरा जिया घबराए
अब तुम बिन रहा न जाए
वो देखो देख रहा था पपीहा
पपीहा देखो देख रहा था पपीहा
पपीहा जा के सबसे कहेगा पपीहा
पपीहा भला चुप क्यूँ रहेगा
पपीहा देखो देख रहा था
सर सर सर चलें सर्द हवाएं
सर सर सर चलें सर्द हवाएं
फूल हंसें कलियाँ मुस्कुराएँ
फूल हंसें कलियाँ मुस्कुराएँ
हमको ये समझाएं
हम मिल कर नाचे गायें
वो देखो देख रहा था पपीहा
पपीहा देखो देख रहा था पपीहा
पपीहा जा के सबसे कहेगा पपीहा
पपीहा भला चुप क्यूँ रहेगा
पपीहा देखो देख रहा था
रिम झिम झिम करते हैं सितारे
रिम झिम झिम करते हैं सितारे
आप हुए हैं जबसे हमारे
हम फूले नहीं समाये
घडी घडी मुस्कुराए
वो देखो देख रहा था पपीहा
पपीहा देखो देख रहा था पपीहा
पपीहा जा के सबसे कहेगा पपीहा
पपीहा भला चुप क्यूँ रहेगा
पपीहा देखो देख रहा था
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Dekho dekh raha tha papiha-Fariyaad 1964
Artists: Ashok Sharma, Zeb Rehman
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