Nov 7, 2016

हम तुमसे ना कुछ कह पाए-ज़िद्दी १९९७

“तब और अब” श्रृंखला के तहत गीत सुनवाए काफी अरसा हो
गया. पहले आपने सुना सन १९४८ की ज़िद्दी से एक गीत अब
सुनते हैं सन १९९७ की ज़िद्दी से एक मधुर गीत.

अपने फेवरेट चोटीवाले सिंगर का गाना हमने बहुत दिन से नहीं
सुना है. इस गीत में उनका साथ दिया है चित्रा ने. समीर के
लिखे गीत की धुन बनाई है दिलीप सेन समीर सेन की जोड़ी ने.

गीत सनी देवल और रवीना टंडन पर फिल्माया गया है. फिल्म
का निर्देशन गुड्डू धनोवा ने किया है. ऐसे सोफ्ट गीत शायद
सनी ने फिल्म सवेरे वाली गाडी में गाये थे इसके पहले.

एक बात ज़रूर है जब भी मैं “:साँसों को महकाने” वाली कुछ
चीज़ सुनता हूँ किसी गीत में, मुझे टूथपेस्ट याद आ जाता है.




गीत के बोल:

हम तुमसे ना कुछ कह पाए
तुम हमसे ना कुछ कह पाए
हम तुमसे ना कुछ कह पाए
तुम हमसे ना कुछ कह पाए
लगता है डर ये बात ये दिल की
दिल में ना रह जाए
हम तुमसे ना कुछ कह पाए
तुम हमसे ना कुछ कह पाए
लगता है डर ये बात ये दिल की
दिल में ना रह जाए
हम तुमसे ना कुछ कह पाए
तुम हमसे ना कुछ कह पाए

तुम सुनो गौर से क्या कह रहा है समां
हमनशीं छेड़ दो चाहत भरी दास्तां
कितने दिनों तक कुछ ना बताए तुम हमको तड़पाए
हम तुमसे ना कुछ कह पाए
तुम हमसे ना कुछ कह पाए

प्यार क्या है सनम तुम हमको समझा गए
फासले ना रहें इतने करीब आ गए
देखो हमारी खुशबू तुम्हारी साँसों को महकाए
हम तुमसे ना कुछ कह पाए
तुम हमसे ना कुछ कह पाए

रात भर जाग कर करवट बदलते थे हम
क्या कहें किस तरह दिलवर मचलते थे हम
कैसे बताएं तन्हा अकेले हम कितना घबराए

हम तुमसे ना कुछ कह पाए
तुम हमसे ना कुछ कह पाए
हम तुमसे ना कुछ कह पाए
तुम हमसे ना कुछ कह पाए
लगता है डर ये बात ये दिल की
दिल में ना रह जाए
हम तुमसे ना कुछ कह पाए
तुम हमसे ना कुछ कह पाए
.............................................................
Ham tumse na kuchh keh paaye-Ziddi 1997

Artists: Sunny Deol, Raveena Tandon

1 comments:

किताब लिखने वाले,  November 27, 2019 at 8:14 PM  

चोटी वाले तो और भी हैं. अब जूडे का ज़माना है.

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