यार हमारी बात सुनो-रोटी १९७४
२-३ गीत हैं. प्रस्तुत गीत में प्रश्न किया गया है समाज से जिसमें
बड़े बड़े पापी बच निकलते हैं और किसी छोटी गलती पर या किसी
मजोर पर किस तरसे ज़ुल्म होता है. वैसे भी कहा जाता है आदमी
अपने से कमज़ोर पर ही हाथ उठता या ऊँगली उठाता है. अपने से
समर्थ पर ऐसा करने पर उसे स्वयं जूते पड़ने की संभावना प्रबल
होती है.
आनंद बक्षी का लिखा गीत किशोर कुमार गा रहे हैं और इस गीत
का संगीत तैयार किया है लक्ष्मी प्यारे ने. फिल्म का निर्देशन किया
मनमोहन देसाई ने.
गीत के बोल:
यार हमारी बात सुनो ऐसा इक इंसान चुनो
जिसने पाप ना किया हो जो पापी ना हो
यार हमारी बात सुनो ऐसा इक इंसान चुनो
जिसने पाप ना किया हो जो पापी ना हो
जिसने पाप ना किया हो जो पापी ना हो
कोई है चालाक आदमी कोई सीधा सादा
कोई है चालाक आदमी कोई सीधा सादा
हममें से हर एक है पापी थोड़ा कोई ज़्यादा
हो कोई मान गया रे कोई रूठ गया
हो कोई पकड़ा गया कोई छूट गया
यार हमारी बात सुनो ऐसा एक बेईमान चुनो
जिसने पाप ना किया हो जो पापी ना हो
जिसने पाप ना किया हो जो पापी ना हो
इस पापन को आज सजा देंगे मिलकर हम सारे
लेकिन जो पापी न हो वो पहला पत्थर मारे
इस पापन को आज सजा देंगे मिलकर हम सारे
लेकिन जो पापी न हो वो पहला पत्थर मारे
हो पहले अपने मन साफ़ करो रे
फिर औरों का इंसाफ करो
यार हमारी बात सुनो ऐसा इक नादान चुनो
जिसने पाप ना किया हो जो पापी ना हो
जिसने पाप ना किया हो जो पापी ना हो
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Yaar hamari baat suno-Roti 1974
Artists: Rajesh Khanna