ये जो पब्लिक है-रोटी १९७४
कहानी या घोटालों आर बनी फिल्म का हिस्सा भी हो सकता था.
आम आदमी ऐसे गीतों से अपना जुड़ाव महसूस करता है.
आनंद बक्षी का लिखा गीत किशोर कुमार ने गाया है. इसके
संगीतकार हैं लक्ष्मीकांत प्यारेलाल.
गीत में फ़िल्मी हीरो की भूमिका में जीतेंद्र नज़र आयेंगे आपको.
उसके अलावा आप प्रसिद्ध चरित्र अभिनेता जीवन को भी गीत
में देख सकते हैं.
गीत के बोल:
ऐ बाबू ये पब्लिक है पब्लिक
ये जो पब्लिक है सब जानती है
पब्लिक है
ये जो पब्लिक है सब जानती है
पब्लिक है
अजी अंदर क्या है अजी बाहर क्या है
अंदर क्या है बाहर क्या है
ये सब कुछ पहचानती है
पब्लिक है सब जानती है
पब्लिक है
ये जो पब्लिक है सब जानती है
पब्लिक है
अजी अंदर क्या है अजी बाहर क्या है
अंदर क्या है बाहर क्या है
ये सब कुछ पहचानती है
पब्लिक है सब जानती है
पब्लिक है
ये जो पब्लिक है सब जानती है
पब्लिक है
ये चाहे तो सर पे बिठा ले चाहे फेंक दे नीचे
ये चाहे तो सर पे बिठा ले चाहे फेंक दे नीचे
पहले ये पीछे भागे फिर भागो इसके पीछे
अरे दिल टूटे तो अरे ये रूठे तो
अरे दिल टूटे तो अरे ये रूठे तो
तौबा कहाँ फिर मानती है
पब्लिक है सब जानती है
पब्लिक है
ये जो पब्लिक है सब जानती है
पब्लिक है
क्या नेता क्या अभिनेता दे जनता को जो धोखा
क्या नेता क्या अभिनेता दे जनता को जो धोखा
पल में शोहरत उड़ जाये ज्यों एक पवन का झौंका
अरे ज़ोर ना करना अरे शोर ना करना
ज़ोर ना करना शोर ना करना
अपने शहर में शांति है
पब्लिक है सब जानती है
पब्लिक है
ये जो पब्लिक है सब जानती है
पब्लिक है
हीरे-मोती तुमने छुपाये कुछ हम लोग न बोले
अब आटा-चावल भी छुपा तो भूखों ने मुंह खोले
अरे भीख ना मांगे अरे कर्ज़ ना मांगे
भीख ना मांगे कर्ज़ ना मांगे
ये अपना हक़ मांगती है
पब्लिक है सब जानती है
पब्लिक है
ये जो पब्लिक है सब जानती है
पब्लिक है
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Ye jo public hai-Roti 1974
Artist:Rajesh Khanna, Mumtaz, Jeevan
2 comments:
I miss kaka
ऐसे गीतों से राजेश खन्ना की याद हमेशा आती रहेगी.
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