सुनो साथियों-पारस १९७१
हो गए. खेत खलिहान में काम करते करते नायक भाईचारे का सन्देश
दे रहा है. इस भाईचारे और चारे के बीच कई कलाकार आपको गीत
में दिखलाई देंगे. इनमें संजीव कुमार और फरीदा जलाल प्रमुख हैं.
इन्दीवर का गीत है और कल्याणजी आनंदजी का संगीत. मधुर गीत
है जिसे महेंद्र कपूर और आशा भोंसले गा रहे हैं.
गीत के बोल:
सुनो साथियों सुनो साथियों
हाँ रे हाँ हो भैया हाँ रे हाँ हो
हाँ रे हाँ हो भैया हाँ रे हाँ हो
सुनो साथियों सुनो साथियों
सच्चाई से बढ़ कर धरम नहीं कोई दूजा
हो ओ ओ इंसानों को प्यार करो
यही सबसे बड़ी है पूजा
सुनो साथियों सुनो साथियों
सारा धन है अम्बर का
मोती धन है सागर का
मोती धन है सागर का
ओ ओ ओ निर्धन का धन मेहनत है
पेट भरे सारे घर का
पेट भरे सारे घर का
हो ओ ओ लाज बिना सूनी सूनी रे नारी
फूल बिना सूनी सूनी है क्यारी
लाज बिना सूनी सूनी रे नारी
फूल बिना सूनी सूनी है क्यारी
हो ओ ओ प्यार बिना
प्यार बिना ह्रदय सूना रे
यार बिना दुनिया सारी
इंसानों से प्यार करो
यही सबसे बड़ी है पूजा
सुनो साथियों सुनो साथियों
हाँ रे हाँ हो भैया हाँ रे हाँ हो
हाँ रे हाँ हो भैया हाँ रे हाँ हो
हर इंसान है यहाँ प्यारा
पूजा घर है जग सारा
पूजा घर है जग सारा
हो ओ ओ कण कण मंदिर मस्जिद है
कण कण गिरजा गुरुद्वारा
कण कण गिरजा गुरुद्वारा
प्यार को दुनिया मिटा ना सकेगी
सांच पे आंच कभी आ ना सकेगी
प्यार को दुनिया मिटा ना सकेगी
सांच पे आंच कभी आ ना सकेगी
हो ओ ओ प्यार तो है
प्यार तो है एक चढ़ता सूरज
बदली कोई छुपा ना सकेगी
इंसानों से प्यार करो
यही सबसे बड़ी है पूजा
सुनो साथियों सुनो साथियों
सुनो साथियों सुनो साथियों
सच्चाई से बढ़ कर धरम नहीं कोई दूजा
हो ओ ओ इंसानों को प्यार करो
यही सबसे बड़ी है पूजा
सुनो साथियों सुनो साथियों
हाँ रे हाँ हो भैया हाँ रे हाँ हो
हाँ रे हाँ हो भैया हाँ रे हाँ हो
हाँ रे हाँ हो भैया हाँ रे हाँ हो
हाँ रे हाँ हो भैया हाँ रे हाँ हो
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Suno sathiyon-Paras 1971
Artists: Sanjeev Kumar, Farida Jalal