मैं तेरी नज़र का सुरूर हूँ-जहाँआरा १९६४
फिल्म अच्छे गीतों से भरी पड़ी है मगर बावजूद इसके उम्दा संगीत
के, ये बॉक्स ऑफिस पर कोई करिश्मा ना कर सकी. फिल्म की
प्रेम कहानी दुखांत है. फिल्म में जहाँआरा की भूमिका निभाई है
माला सिन्हा ने और मिर्ज़ा युसूफ चंगेजी की भूमिका भारत भूषण
ने.
गीत लिखा है राजेंद्र कृष्ण ने और इसकी तर्ज़ बनाई मदन मोहन ने.
तलत महमूद के ५ गीत हैं फिल्म में और एक गीत रफ़ी का गाया
हुआ है. फिल्म के निर्देशक हैं विनोद कुमार.
गीत के बोल:
मैं तेरी नज़र का सुरूर हूँ
तुझे याद हो के ना याद हो
मैं तेरी नज़र का सुरूर हूँ
तुझे याद हो के ना याद हो
तेरे पास रह के भी दूर हूँ
तुझे याद हो के ना याद हो
मैं तेरी नज़र का सुरूर हूँ
मुझे आँख से तो गिरा दिया
कहो दिल से भी क्या भुला दिया
मुझे आँख से तो गिरा दिया
कहो दिल से भी क्या भुला दिया
तेरी आशिक़ी का ग़ुरूर हूँ
तुझे याद हो के ना याद हो
मैं तेरी नज़र का सुरूर हूँ
तेरी ज़ुल्फ़ है मेरा हाथ है
के तू आज भी मेरे साथ है
तेरी ज़ुल्फ़ है मेरा हाथ है
के तू आज भी मेरे साथ है
तेरे दिल में मैं भी ज़रूर हूँ
तुझे याद हो के ना याद हो
मैं तेरी नज़र का सुरूर हूँ
तुझे याद हो के ना याद हो
तेरे पास रह के भी दूर हूँ
तुझे याद हो के ना याद हो
मैं तेरी नज़र का सुरूर हूँ
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Main teri nazar ka suroor hoon-Jahan Ara 1964
Artists: Bharat Bhushan, Mala Sinha