Feb 23, 2017

ना सीखा जीना-बदलापुर २०१४

स्वतंत्र, छंदमुक्त और उन्मुक्त ये शब्द उपयुक्त हैं आज के गीतों
के लिए. आज के गीत एक शहर से दूसरे शहर की हवाई
उड़ान के दौरान मंगल ग्रह की सैर कर के भी आ सकते
हैं. ढेर सारी संगीत प्रतियोगिताएं के बाद गायन शैली में
बदलाव आ गया है. एक खास किस्म के आलाप और प्रलाप
का ज़माना है. आपको अगर याद हो कुछ जिंगल्स में इस
तरह के प्रयोग होते थे पहले. जिंगल कब एक्स्पांड हो कर
गीतों में बदल गए तनिक भी हवा नहीं लगी.

इन सब के बीच से ही हमें सुनने के लिए सामान भी जुटाना
है. आज सुनते हैं बदलापुर से एक लोकप्रिय गीत जिसे
आतिफ असलम ने गाया है. प्रिय पांचाल के लिखे गीत की
धुन बनाई है सचिन जिगर ने.  गीत वरुण धवन और फेयर
एंड लवली गर्ल यमी गौतम पर फिल्माया गया है.



गीत के बोल:

दहलीज़ पे मेरे दिल की
जो रखे हैं तूने क़दम
तेरे नाम पे मेरी ज़िन्दगी
लिख दी मेरे हमदम
हाँ सीखा मैंने जीना जीना कैसे जीना
हाँ सीखा मैंने जीना मेरे हमदम
ना सीखा कभी जीना जीना कैसे जीना
ना सीखा जीना तेरे बिना हमदम
दहलीज़ पे मेरे दिल की
जो रखे हैं तूने क़दम
तेरे नाम पे मेरी ज़िन्दगी
लिख दी मेरे हमदम
हाँ सीखा मैंने जीना जीना कैसे जीना
हाँ सीखा मैंने जीना मेरे हमदम
ना सीखा कभी जीना जीना कैसे जीना
ना सीखा जीना तेरे बिना हमदम

सच्ची सी हैं ये तारीफें दिल से जो मैंने करी हैं
सच्ची सी हैं ये तारीफें दिल से जो मैंने करी हैं
जो तू मिला तो सजी हैं दुनिया मेरी हमदम
हो आसमां मिला ज़मीं को मेरी
आधे-आधे पूरे हैं गम
तेरे नाम पे मेरी ज़िन्दगी
लिख दी मेरे हमदम
हाँ सीखा मैंने जीना जीना कैसे जीना
हाँ सीखा मैंने जीना मेरे हमदम
ना सीखा कभी जीना जीना कैसे जीना
ना सीखा जीना तेरे बिना हमदम
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Na seekha jeena-Badlapur 2014

Artists: Nawazuddin Siddiqi, Varun Dhawan, Yami Gautam

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