पांव में डोरी-चोर मचाये शोर १९७४
चोर मचाये शोर से. सन ७४ के चोर और सन २००२ के चोर
के शोर मचाने के अंदाज़ में कितना फर्क आ गया है. उस
समय की नायिकाओं को सर्दी लगा करती थी मगर २०००
आते आते नायिकाओं के मन से सर्दी का डर गायब हो गया
जो गीत में प्रयुक्त पोशाकों से समझा जा सकता है.
फिल्म में शशि कपूर और मुमताज़ प्रमुख नायक नायिका हैं.
गीत और संगीत रवींद्र जैन का है और इसे रफ़ी-आशा ने गाया
है. वीडियो में एक अंतरा गायब है. फिल्म में घुँघरू शब्द
वाले दो गीत हैं और घाघरा शब्द वाले भी दो गीत हैं. इसी गीत
में घुँघरू और घाघरे को याद किया गया है.
गीत के बोल:
पांव में डोरी डोरी में घुँघरू घुँघरू की रुनझुन बोले
तू है मेरा मैं हूँ तेरी मेरा मन बोले
तू है मेरा मैं हूँ तेरी मेरा मन बोले
पांव में डोरी डोरी में घुँघरू घुँघरू की रुनझुन बोले
मैं हूँ तेरा तू है मेरी मेरा मन बोले
मैं हूँ तेरा तू है मेरी मेरा मन बोले
पांव में डोरी डोरी हो
एक तो रुत मस्तानी हो दूजे चढती जवानी हो
तू ना जाने तू ना समझे ओ छोले दिल जानी
हो आज काहे मेरी चूड़ी खान खान बोले
पांव में डोरी डोरी हो
तू है शहर की छोरी मैं जानूं ये चोरी
पहन के घघरा ओढ़ के चुनरी लागे गाँव की गोरी
हो बड़ा मीठा लागे जब तू साजन बोले
पांव में डोरी डोरी हो
तेरी राह चलूंगी मैं तेरा रंग मलूँगी हो ओ ओ
सपने में अंग लगे तो तेरे ही अंग लगूंगी
हो यही सीने में दिल दिल में धडकन बोले
पांव में डोरी डोरी में घुँघरू घुँघरू की रुनझुन बोले
तू है मेरा मैं हूँ तेरी मेरा मन बोले
मैं हूँ तेरा तू है मेरी मेरा मन बोले
पांव में डोरी डोरी हो
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Paon mein dori-Chor machaye shor 1974
Artists: Shashi Kapoor, Mumtaz
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