Apr 18, 2017

ये ना हमसे पूछिए-पुरानी पहचान १९७१

ये तो तय है कि गूगल के हिंदी टाईपिंग टूल पर एक मारवाड़ी
भाषी और एक मराठी भाषी ने बराबर की मेहनत की हुई है. आप
मेहनत टाइप करने की कोशिश करो तो सबसे पहला सुझाव आता
है म्हणत. पुरानी शब्द को टाइप करो तो सबसे पहले आएगा
पुराणी. वैसे तो इकदम आप यू ट्यूब टाइप करने की कोशिश करो
तो यौतुबे शब्द आ जाता है. तिकडम लगाये बिना टाइपिंग नहीं
की जा सकती.

आज आपको पुरानी पहचान फिल्म से एक गीत सुनवाते हैं जो
रफ़ी और आशा का गाया हुआ है. फिल्म का जो वीडियो लोड
किया हुआ है यू ट्यूब पर वो शुरू शुरू में किसी सिंचाई विभाग
की डॉक्यूमेंट्री का हिस्सा सरीखा लगता है. थोड़ी देर के बाद
असल गीत शुरू होता है. फिल्म में बृज भूषण का संगीत है.
गीत लिखा है नक्श लायलपुरी ने. ये गीत फिल्माया गया है
संजीव कुमार और तनूजा पर. फिल्म का हाल देख के अनुमान
लगाया जा सकता है कि कोई ६० के दशक की देर से रिलीज़
होने वाली फिल्म है.



गीत के बोल:

ये न हमसे पूछिए
मिल गया है क्या हमें .
तुम मिले तो मिल गया
हो तुम मिले तो मिल गया
प्यार का खुदा हमें
ये ना.......

शाम भी हसीं है
ज़ुल्फ़-ए-यार की तरह
हर नज़र पे छा गए
तुम बहार की तरह
दे रही हैं मस्तियाँ
ये हसीं फिजा हमें
ये न .............

हम चलें तो झूम कर
पास आयीं मंजिलें
हमसफ़र को देख कर
मुस्कुरायीं मंजिलें
जिंदगी में जो भी मिला
आपसे मिला हमें
ये न .............

एक मोड पर मिले
हो गए करीब हम
दिल मिले तो बन गए
प्यार का नसीब हम
और कुछ न चाहिए
आपके सिवा हमें
ये न .............
..........................................................
Ye na hamse poochiye-Purani pehchan 1971

Artists: Sanjeev Kumjar, Tanuja

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