May 11, 2017

छोटा सा फ़साना है-बिरहा की रात १९५०

हुस्नलाल भगतराम के संगीत वाला एक गीत सुनते हैं.


फिल्म: बिरहा की रात
वर्ष: १९५०
गीतकार: सरशर सैलानी
गायक: रफ़ी, लता
संगीत: हुस्नलाल भगतराम





छोटा सा फ़साना है तेरे मेरे प्यार का
हो तेरे मेरे प्यार का
और ही तराना है तेरे मेरे प्यार का
हो तेरे मेरे प्यार का
और ही तराना है तेरे मेरे प्यार का
हो तेरे मेरे प्यार का
छोटा सा फ़साना है तेरे मेरे प्यार का
हो तेरे मेरे प्यार का

हो ओ ओ ये किसने चुपके चुपके मुझे बेक़रार कर दिया
ये किसने चोरी चोरी मेरे दिल पे वार कर दिया
ये किसने चुपके चुपके मुझे बेक़रार कर दिया
ये किसने चोरी चोरी मेरे दिल पे वार कर दिया
मज़े की बात देखिये कि दिल मेरा निशाना है
दिल मेरा निशाना है

छोटा सा फ़साना है तेरे मेरे प्यार का
हो तेरे मेरे प्यार का
छोटा सा फ़साना है तेरे मेरे प्यार का
हो तेरे मेरे प्यार का

हो ओ ओ यूँ ही बदल न जाये कहीं दिल मेरे हुज़ूर का
दिल मेरे हुज़ूर का
कहीं क़ुसूर बन न जाये प्यार बेक़सूर का
यूँ ही बदल न जाये कहीं दिल मेरे हुज़ूर का
कहीं क़ुसूर बन न जाये प्यार बेक़सूर का
पुकारता है दिल मेरा कि तू है तो ज़माना है
तू है तो ज़माना है

छोटा सा फ़साना है तेरे मेरे प्यार का
हो तेरे मेरे प्यार का
छोटा सा फ़साना है तेरे मेरे प्यार का
हो तेरे मेरे प्यार का
और ही तराना है तेरे मेरे प्यार का
हो तेरे मेरे प्यार का
छोटा सा फ़साना है तेरे मेरे प्यार का
हो तेरे मेरे प्यार का
....................................................................
Chhota sa fasana-Birha ki raat 1950

0 comments:

© Geetsangeet 2009-2020. Powered by Blogger

Back to TOP