तेरी राहों में खड़े हैं-छलिया १९६०
किया उसका एक फायदा ये हुआ १९६० में हमें गीतकार
कमर जलालाबादी के गीत सुनने को मिल गए. यूँ तो
कल्याणजी आनंदजी की जोड़ी ने कमर जलालाबादी के
साथ काफी काम किया मगर राज कपूर की फिल्म में
कल्याणजी आनंदजी के संगीत का ये पहला मौका था.
कुछ सालों से जनता को राज कपूर की फिल्मों में
शंकर जयकिशन का संगीत सुनने की आदत हो गई
थी, उसे एक ब्रेक मिला.
जनता कई जगह कहती है कि राज कपूर की वजह से
कल्याणजी आनंदजी को इस फिल्म में मौका मिला.
सुभाष पिक्चर्स नामक संस्था ने ये फिल्म बनाई थी
जो कि सुभाष देसाई की है. मनमोहन देसाई निर्देशक
हैं फिल्म के जिनकी बतौर निर्देशक ये पहली फिल्म है.
एक पल को मान लें कि शंकर जयकिशन की जोड़ी में
शुरू हुए खिंचाव से कल्याणजी आनंदजी को फायदा हुआ
तो जिन आर के बैनर के बाहर की फिल्मों में राज कपूर
ने काम किया उनके संगीतकारों को राज कपूर ने ही
अवसर दिलवाए होंगे? राज कपूर ने अपने बैनर के
लिए कभी भी कल्याणजी आनंदजी की सेवाएं नहीं लीं.
वे चाहते तो लक्ष्मी प्यारे के बजाये उन्हें भी अवसर दे
सकते थे
गीत के बोल:
तेरी राहों में खड़े हैं दिल थाम के हाय
हम हैं दीवाने तेरे नाम के
तेरी राहों में खड़े हैं दिल थाम के हाय
हम हैं दीवाने तेरे नाम के
मेरी अंखियों के नूर मेरे दिल के सुरूर
चाहे रहो दूर दूर तुझे पाना हैं ज़रूर
तेरी राहों में खड़े हैं दिल थाम के हाय
हम हैं दीवाने तेरे नाम के
बादल बरसे दुनिया जाने
बादल बरसे दुनिया जाने
बादल बरसे दुनिया जाने
अँखियाँ बरसे कोई ना जाने
दिल की लगी को दिल ही जाने
राहों में खड़े हैं दिल थाम के हाय
हम हैं दीवाने तेरे नाम के
मेरी अंखियों के नूर मेरे दिल के सुरूर
चाहे रहो दूर दूर तुझे पाना हैं ज़रूर
तेरी राहों में खड़े हैं दिल थाम के हाय
हम हैं दीवाने तेरे नाम के
किस छलिये पे ये दिल आया
किस छलिये पे ये दिल आया
किस छलिये पे ये दिल आया
पत्थर से शीशा टकराया
ना वो अपना ना वो पराया
राहों में खड़े हैं दिल थाम के हाय
हम हैं दीवाने तेरे नाम के
मेरी अंखियों के नूर मेरे दिल के सुरूर
चाहे रहो दूर दूर तुझे पाना हैं ज़रूर
टेरी राहों में खड़े हैं दिल थाम के हाय
हम हैं दीवाने तेरे नाम के
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Teri raahon mein khade hain-Chhaliya 1960
Artist: Nutan
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