दिल कहता है चल-अकेला हम अकेले तुम १९९५
लिखे हैं इसलिए कभी कभार सुन लिया करते हैं. एक और सुनिए.
गीत फिल्माया गया है आमिर खान और मनीषा कोईराला पर.
फिल:अकेले हम अकेले तुम
वर्ष: १९९५
गीतकार: मजरूह सुल्तानपुरी
गायक: कुमार सानू, अलका याग्निक
संगीत: अन्नू मलिक
गीत के बोल:
दिल कहता है चल उनसे मिल
उठते हैं कदम रुक जाते हैं
दिल हमको कभी समझाता है
हम दिल को कभी समझाते हैं
दिल कहता है चल उनसे मिल
उठते हैं कदम रुक जाते हैं
दिल हमको कभी समझाता है
हम दिल को कभी समझाते हैं
हम जबसे हैं जुदा ए मेरे हमनशीं
यूँ देखो तो मेरे दामन में क्या नहीं
दौलत का चाँद है शोहरत की चांदनी
मगर तुम्हें खो के लगे है मुझे ऐसा
के तुम नहीं तो कुछ भी नहीं
तुम क्या जानो अब हम कितना
दिल ही दिल में पछताते हैं
दिल हमको कभी समझाता है
हम दिल को कभी समझाते हैं
वो दिन थे क्या हसीं दोनों थे साथ में
और बाहें आपकी थीं मेरे हाथ में
तुम ही तुम थे सनम मेरे दिन रात में
पर इतनी बुलंदी पे तुम हो मेरी जान
आये ना दामन अब हाथ में
पाना तुमको मुमकिन ही नहीं
सोचें भी तो हम घबराते हैं
दिल हमको कभी समझाता है
हम दिल को कभी समझाते हैं
दिल कहता है चल उनसे मिल
उठते हैं कदम रुक जाते हैं
दिल कहता है चल उनसे मिल
उठते हैं कदम रुक जाते हैं
उठते हैं कदम रुक जाते हैं
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Dil kehta hai chal-Akele ham akele tum 1995
Artists: Aamir Khan, Manisha Koirala, A kid
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