कारी कारी अँधियारी-नवरंग १९५९
फिल्म: नवरंग
वर्ष: १९५९
गीतकार: भरत व्यास
गायक: आशा, चितलकर
संगीत: सी रामचंद्र
गीत के बोल:
कारी कारी कारी अँधियारी थी रात
एक दिन की बात
जब सघन गगन से घननननन
गरज उठी सावन की घटा
घूँघट में छुपा कर चपल चपल बिजली की छटा
एक नार कर के श्रृंगार
एक नार तीखी तलवार या थी वो कटार
कर के श्रृंगार चली उस पार
जहाँ थे उसके किशन मुरार
छमक छम छम झमक झुम झुम झमक झुम झुम
कारी कारी कारी अँधियारी थी रात
एक दिन की बात
जब सघन गगन से घननननन
गरज उठी
गरज उठी सावन की घटा
घूँघट में छुपा कर चपल चपल बिजली की छटा
एक नार कर के श्रृंगार
एक नार तीखी तलवार या थी वो कटार
कर के श्रृंगार चली उस पार
जहाँ थे उसके किशन मुरार
छमक छम छम झमक झुम झुम झमक झुम झुम
सनन सनन पवन चले........................
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Kaari kaari andhiyari-Navrang 1959
Artists: Mahipal, Sandhya
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