मुहब्बत अब तिजारत बन गई है-अर्पण १९८३
हैं उनमें से एक सुनवाते हैं आपको.
इसे आनंद बक्षी ने लिखा, अनवर ने गाया और लक्ष्मी प्यारे
ने संगीत में बाँधा है.
गीत के बोल:
मुहब्बत अब तिजारत बन गई है
तिजारत अब मुहब्बत बन गई है
किसी से खेलना फिर छोड़ देना
किसी से खेलना फिर छोड़ देना
खिलौनों की तरह दिल तोड़ देना
हसीनों
हसीनों की ये आदत बन गई है
मुहब्बत अब तिजारत बन गई है
तिजारत अब मुहब्बत बन गई है
कभी था नाम इसका बेवफ़ाई
कभी था नाम इसका बेवफ़ाई
मगर अब आजकल तो बेहयाई
शरीफ़ों
शरीफ़ों की शराफ़त बन गई है
मुहब्बत अब तिजारत बन गई है
तिजारत अब मुहब्बत बन गई है
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Mohabbat ab tizarat ban gayi-Arpan 1983
Artist: Jeetendra
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