जाने चले जाते हैं कहाँ-पुष्पांजलि १९७०
का हर गीत फिल्म के नाम से संबद्ध हो ज़रूरी नहीं.
कई फिल्मों का तो कथानक भी आपको फिल्म के नाम
से मीलों दूर, कोसों दूर मिलेगा.
आनंद बक्षी का लिखा और मुकेश का गाया एक पॉपुलर
गीत सुनते हैं जिसे संगीत से संवारा है लक्ष्मी प्यारे ने.
जाने चले जाते है कहाँ
दुनिया से जाने वाले
जाने चले जाते है कहाँ
कैसे ढूंढे कोई उनको
नहीं क़दमों के भी निशाँ
जाने है वो कौन नगरिया
आये जाए ख़त ना खबरिया
आये जब जब उनकी यादें
आये होठों पे फरियादें
जा के फिर न आने वाले
जाने चले जाते हैं कहाँ
ढूनिया से जाने वाले
जाने चले जाते है कहाँ
मेरे बिछड़े जीवन साथी
साथी जैसे दीपक बाती
मुझसे बिछड़ गए तुम ऐसे
सावन के जाते ही जैसे
उड़ के बादल काले काले
जाने चले जाते हैं कहाँ
दुनिया से जाने वाले
जाने चले जाते है कहाँ
कैसे ढूंढे कोई उनको
नहीं क़दमों के भी निशाँ
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Jaane chale jaate hain kahan-Pushpanjali 1970
Artist: Sanjay Khan, Naina Sahu
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