मेरे सामने वाली खिडकी में-पड़ोसन १९६८
उनमें से एक आज सुनते हैं जो अपने-अपने समय के मनचलों को
काफी पसंद रहा है.
फिल्म पड़ोसन के गीत भी अपने समय के लोकप्रिय गीत कहे जाते
हैं. किशोर के गाये गीत और लता के गाये गीत सभी लोकप्रिय हैं.
मन्ना डे और किशोर कुमार की जुगलबंदी वाला गीत है जो सर्वाधिक
लोकप्रिय है.
प्रस्तुत गीत के बोल राजेंद्र कृष्ण के हैं और संगीत आर डी बर्मन का.
गीत के बोल:
मेरे सामने वाली खिड़की में
एक चांद का टुकड़ा रहता है
अफ़सोस ये है के वो हमसे
कुछ उखड़ा उखड़ा रहता है
जिस रोज़ से देखा है उसको
हम शमा जलाना भूल गए
दिल थाम के ऐसे बैठे हैं
कहीं आना जाना भूल गए
अब आठ पहर इन आँखों में
वो चंचल मुखड़ा रहता है
बरसात भी आकर चली गई
बादल भी गरज कर बरस गए
पर उसकी एक झलक को हम
ऐ हुस्न के मालिक तरस गए
कब प्यास बुझेगी आँखों की
दिन रात ये दुखड़ा रहता है
मेरे सामने वाली खिड़की में
एक चांद का टुकड़ा रहता है
अफ़सोस ये है के वो हमसे
कुछ उखड़ा उखड़ा रहता है
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Mere samne wali khidki mein-Padosan 1968
Artist: Kishore Kumar, Sunil Dutt, Saira Bano
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