Jul 18, 2017

आईना वही रहता है-शालिमार १९७८

सन १९७८ की फिल्म शालिमार का काफी प्रचार किया गया
था मगर फिल्म के नतीजे बॉक्स ऑफिस पर वैसे नहीं थे
जैसे कि फिल्म बनाने वालों ने उम्मीद की होगी.

फिल्म पर काफी मेहनत हुई, विलायती कलाकारों को इसमें
कास्ट किया गया, जो एक अपने आप में खर्चीला काम था.
इसके अलावा इसका कथानक विलायती सा लगता है, बस,
उसमें तडका हिंदी फिल्म मसालों का है. फिल्म के संगीत
पक्ष पर भी काफी मेहनत हुई और आज आपको फिल्म से
एक लोकप्रिय गीत सुनवाते हैं लता मंगेशकर का गाया हुआ.
इस गीत का फिल्मांकन भी बढ़िया है.



गीत के बोल:

आईना वही रहता है चेहरे बदल जाते हैं
आईना वही रहता है चेहरे बदल जाते हैं
आईना वही रहता है चेहरे बदल जाते हैं
आँखों में रुकते नहीं जो आँसू निकल जाते हैं
आईना वही रहता है चेहरे बदल जाते हैं

पहली मुलाक़ात की तौबा वो पहली नज़र
पहली मुलाक़ात की तौबा वो पहली नज़र
क्या हो गया कब हुआ होती नहीं कुछ ख़बर
कितना भी दिल को सँभालूं अरमाँ मचल जाते हैं
आईना
के आईना वही रहता है चेहरे बदल जाते हैं
आईना वही रहता है चेहरे बदल जाते हैं

गुलशन में फूलों के साथ खिलते हैं दिल में ग़ुलाब
गुलशन में फूलों के साथ खिलते हैं दिल में ग़ुलाब
होता है जब प्यार तो लगता है पानी शराब
दो घूँट पीते ही लेकिन ये होंठ जल जाते हैं
आईना वही रहता है चेहरे बदल जा

बेख़बर बेक़दर प्यार सच है अगर
देखना एक दिन रोयेगा मेरे बिन
राह में छोड़ कर मेर दिल तोड़ कर
मुझ को तड़पाया क्यूँ तू भी तड़पेगा यूँ
याद रख बेवफ़ा ये मेरी बद्दुआ
तूने जिस के लिये मुझको धोखे दिये
वो तेरी दिलरुबा लेगी बदला मेरा
मैं ये ग़म हमनशीं भूल सकती नहीं
वो इरादे तेरे झूठे वादे तेरे
जब याद आते हैं दिल पर बस तीर चल जाते हैं
आईना वही रहता है चेहरे बदल जाते हैं
..............................................................................
Aaina wahi rehta hai-Shalimar 1978

Artists: Zeenat Aman, Dharmendra

1 comments:

चांदनी सूरी,  September 2, 2019 at 9:13 PM  

ब्लॉग वही रहता है पाठक बदल जाते हैं.

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