एक बंगला बने न्यारा-प्रेसिडेंट १९३७
का गाया अमर गीत. फिल्म में के. एल. सहगल और
लीला देसाई और कमलेश कुमारी प्रमुख कलाकार हैं.
गीत केदार शर्मा का है और संगीत आर सी बोराल का.
ये उस ज़माने का गीत है जब बंगला परिभाषा अनुसार
वाकई बंगला हुआ करता था. आजकल बिल्डर लोग एक
कमरे के मकान को भी ‘बैंगलो’ कहा करते हैं. समय के
साथ चीज़ें कितनी बदल जाती हैं.
गीत के बोल:
एक बँगला बने न्यारा
एक बँगला बने न्यारा
रहे कुनबा जिस में सारा
एक बँगला बने न्यारा
एक बँगला बने न्यारा
सोने का बँगला चंदन का जँगला
सोने का बँगला चंदन का जँगला
विश्वकर्मा के द्वारा
विश्वकर्मा के द्वारा
सोने का बँगला चंदन का जँगला
विश्वकर्मा के द्वारा
अति सुन्दर प्यारा प्यारा
एक बँगला बने न्यारा
एक बँगला बने न्यारा
इतना ऊँचा बँगला हो
ये मानो गगन का तारा
इतना ऊँचा बँगला हो
ये मानो गगन का तारा
मानो गगन का तारा
मानो गगन का तारा
जिस पे चढ़ के इंद्रधनुष पर
झूला झूले चाँद हमारा
जिस पे चढ़ के इंद्रधनुष पर
झूला झूले चाँद हमारा
भंडार होये लक्ष्मी के हाथों में सारा
भंडार होये लक्ष्मी के हाथों में सारा
पाए अब जी भर के सुख जिसने बिपत उठाई
पाए अब जी भर के सुख जिसने बिपत उठाई
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Ek bangle bane nyara-President 1937
Artist: KL Saigal
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