इतना न मुझसे तू प्यार बढ़ा-छाया १९६१
हैं आज एक. फिल्म छाया का लता और तलत का
गाया ये गीत एक्स्ट्रा डायमेंशन वाला है. संगीत के
जानकार कहते हैं ये मोजार्ट की सिम्फनी नंबर ५
पर आधारित है.
मोजार्ट से प्रेरणा ले कर एक मधुर गीत की रचना की
गई है. सलिल चौधरी के गीत की संगीतमय पैकेजिंग
उनके समकालीनों के लिए नहीं बल्कि आज की पीढ़ी
के लिए भी आश्चर्य का सामान है. जटिल स्वर लहरियों
के साथ ही वे कई मधुर और सार्थक गीत रच लेते थे.
ये गीत राजेंद्र कृष्ण की रचना है. सन १९६१ की ही एक
और फिल्म माया है जिसमें गीत मजरूह के हैं और
संगीत सलिल का. दोनों के गीत एक जैसे लगते हैं और
एक फिल्म का गीत दूसरी फिल्म में फिट हो जाता है.
गीत के बोल:
इतना न मुझसे तू प्यार बढ़ा
के मैं एक बादल आवारा
कैसे किसी का सहारा बनूँ
के मैं खुद बेघर बेचारा
इस लिये तुझसे प्यार करूं
के तू एक बादल आवारा
जनम जनम से हूँ साथ तेरे
है नाम मेरा जल की धारा
इतना न मुझसे तू प्यार बढ़ा
के मैं एक बादल आवारा
कैसे किसी का सहारा बनूँ
के मैं खुद बेघर बेचारा
इस लिये तुझसे प्यार करूं
के तू एक बादल आवारा
जनम जनम से हूँ साथ तेरे
है नाम मेरा जल की धारा
मुझे एक जगह आराम नहीं
रुक जाना मेरा काम नहीं
मुझे एक जगह आराम नहीं
रुक जाना मेरा काम नहीं
मेरा साथ कहाँ तक दोगी तुम
मै देश विदेश का बंजारा
इतना न मुझसे तू प्यार बढ़ा
के मैं एक बादल आवारा
कैसे किसी का सहारा बनूँ
के मैं खुद बेघर बेचारा
इस लिये तुझसे प्यार करूं
के तू एक बादल आवारा
जनम जनम से हूँ साथ तेरे
है नाम मेरा जल की धारा
ओ नील गगन के दीवाने
तू प्यार न मेरा पहचाने
ओ नील गगन के दीवाने
तू प्यार न मेरा पहचाने
मैं तब तक साथ चलूँ तेरे
जब तक न कहे तू मैं हारा
इस लिये तुझसे प्यार करूं
के तू एक बादल आवारा
जनम जनम से हूँ साथ तेरे
है नाम मेरा जल की धारा
इतना न मुझसे तू प्यार फढ़ा
के मैं एक बादल आवारा
कैसे किसी का सहारा बनूँ
के मैं खुद बेघर बेचारा
क्यूँ प्यार में तू नादान बने
इक बादल का अरमान बने
क्यूँ प्यार में तू नादान बने
इक बादल का अरमान बने
अब लौट के जाना मुश्किल है
मैंने छोड़ दिया है जग सारा
इतना न मुझसे तू प्यार खढ़ा
के मैं एक बादल आवारा
जनम जनम से हूँ साथ तेरे
है नाम मेरा जल की धारा
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Itna na mujhse too pyar badha-Chhaya 1961
Artists: Sunil Dutt, Asha Parekh
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