ओ हमदम सुनियो रे-साथिया २००२
साथिया से. इसे संगीतकार रहमान के साथ के के, शान,
कुणाल गांजावाला और प्रवीण मणि ने गाया है. इसमें से
केवल आखिरी नाम वाले गायक का नाम अनसुना सा है.
रहमान नए नए गायकों से गीत गवा लेते हैं. इसी बहाने
कई प्रतिभाओं को मौका मिल जाता है. नए ज़माने में ये
ट्रेंड उन्हीं के नाम है. आजकल इस ट्रेंड का अनुसरण हो
रहा है. इस गीत को गुलज़ार ने लिखा है.
गीत के बोल:
ओ हमदम
ओ हमदम सुनियो रे
ओ जानिया सुनियो रे
ओ जानिया शाम को खिड़की से
चोरी चोरी नंगे पाँव चाँद आएगा
ओ हमदम सुनियो रे
ओ जानिया सुनियो रे
ओ जानिया शाम को खिड़की से
चोरी चोरी नंगे पाँव चाँद आएगा
ओ सुनियो रे ओ जानिया रे
ओ सुनियो रे ओ जानिया रे
ओ सुनियो रे ओ जानिया रे
ओ सुनियो रे ओ जानिया रे
धिम धिम ता ना ना धिम ता ना ना ना
ओ ओ ओ गलियों से आएगा
धिम धिम ता ना ना धिम ता ना ना ना
ओ ओ ओ सीटी बजाएगा
धिम धिम ता ना ना धिम ता ना ना ना
ओ ओ ओ नीम के पेड़ से
धिम धिम ता ना ना धिम ता ना ना ना
ओ ओ ओ पास बुलाएगा
ओ हमदम सुनियो रे
ओ जानिया सुनियो रे
ओ जानिया शाम को खिड़की से
चोरी चोरी नंगे पाँव चाँद आएगा
ओ सुनियो रे ओ जानिया रे
ओ सुनियो रे ओ जानिया रे
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O hamdam soniyo re-Saathiya 2002
Artist: Vivek Oberoi
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