जाने अनजाने लोग मिले-जाने अनजाने १९७१
शम्मी कपूर पर फिल्माया गया है. इसपर नायक ने होंठ नहीं
हिलाए हैं, ये बैकग्राउंड में बज रहा है.
फिल्म में ये गीत तीन बार प्रकट होता है टुकड़ों टुकड़ों में. ये
फिल्म का शीर्षक गीत भी है. गीत हसरत जयपुरी ने लिखा है
और संगीतकार का नाम है शंकर जयकिशन.
गीत के बोल:
जाने अनजाने लोग मिले
मगर कोई मिला ना अपना
जाने अनजाने लोग मिले
मगर कोई मिला ना अपना
क्या क्या हमने सोचा था
रह गया बन के सपना ओ ओ ओ ओ
जाने अनजाने
मिला ना कोई ऐसा इंसान
दिल का दर्द मिटाता
कम से कम दो बात तो करता
दिल की आस बंधाता
मिला ना कोई ऐसा इंसान
दिल का दर्द मिटाता
कम से कम दो बात तो करता
दिल की आस बंधाता
दर्द भरा है अफसाना
भाग में लिखा तडपना ओ ओ ओ ओ
जाने अनजाने लोग मिले
मगर कोई मिला ना अपना आ आ आ आ
जाने अनजाने
आस निरास के दोराहे पर
दिल तो हमारा टूटा
इस किस्मत ने धीरे धीरे
अपना सब कुछ लूटा
आस निरास के दोराहे पर
दिल तो हमारा टूटा
इस किस्मत ने धीरे धीरे
अपना सब कुछ लूटा
भीग चुकी हैं ये पलकें
भूल गए हम हंसना ओ ओ ओ ओ
जाने अनजाने लोग मिले
मगर कोई मिला ना अपना आ आ आ आ
क्या क्या हमने सोचा था
रह गया बन के सपना ओ ओ ओ ओ
जाने अनजाने
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Jaane anjane log mile-Jaane anjane 1971
Artist: Shammi Kapoor
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