ये हवा ये समा-शगूफा १९५३
गाया गीत सी रामचंद्र के संगीत निर्देशन में. सी रामचंद्र
के संगीत वाले लता के गीतों में कुछ ऐसा खास है जो
बाकी संगीतकारों के आउटपुट में कम मिलता है. ये है
सरलता.
सरल धुनें और संगीतकारों ने भी बनाई हैं मगर अधिकता
वाद्य यंत्रों की भीड़ वाली धुनों की ज्यादा है.
गीत के बोल:
ये हवा ये समा चाँदनी है जवाँ
तुम्हें लाई मेरी फ़रियाद यहाँ
तुम्हें लाई मेरी फ़रियाद यहाँ
मेरे दर्द-ए-जिगर है ये तेरा असर
बाद मुद्दत के उनसे मिली है नज़र
मेरे दर्द-ए-जिगर है ये तेरा असर
बाद मुद्दत के उनसे मिली है नज़र
मेरे दिल से उठा आहों का धुँआ
मेरे दिल से उठा आहों का धुँआ
तुम्हें लाई मेरी फ़रियाद यहाँ
तुम्हें लाई मेरी फ़रियाद यहाँ
ये हवा ये समा चाँदनी है जवाँ
तुम्हें लाई मेरी फ़रियाद यहाँ
तुम्हें लाई मेरी फ़रियाद यहाँ
तेरे आने से दिल की कली खिल गयी
आ आ आ आ आ आ आ आ
तेरे आने से दिल की कली खिल गई
ज़िंदगी की क़सम ज़िंदगी मिल गई
ज़िंदगी की क़सम ज़िंदगी मिल गई
है नई ये ज़मीं है नया आस्माँ
है नई ये ज़मीं है नया आस्माँ
तुम्हें लाई मेरी फ़रियाद यहाँ
ये हवा ये समा चाँदनी है जवाँ
तुम्हें लाई मेरी फ़रियाद यहाँ
तुम्हें लाई मेरी फ़रियाद यहाँ
तुम न आते अगर मेरे अच्छे सनम
रूठ जाते ज़माने की महफ़िल से हम
तुम न आते अगर मेरे अच्छे सनम
रूठ जाते ज़माने की महफ़िल से हम
ढूँढते तुम अगर मिलता ना निशाँ
ढूँढते तुम अगर मिलता ना निशाँ
तुम्हें लाई मेरी फ़रियाद यहाँ
ये हवा ये समा चाँदनी है जवाँ
तुम्हें लाई मेरी फ़रियाद यहाँ
तुम्हें लाई मेरी फ़रियाद यहाँ
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Ye hawa ye sama-Shagoofa 1953
Artist: Beena Rai
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