दईया रे दईया-आसरा १९६६
आनंद बक्षी की रचना को स्वर दिया है लता मंगेशकर ने. संगीत
तैयार किया है लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने.
मेरे ख्याल से अमीता के साथ तबले पर जगदीप बैठे हैं. हालांकि
गीत में ताल किसी और वाद्य की है मगर फ़िल्मी गीत है अतः सब
चलता है. साथ में एक प्रतिभावान लड़की सितार बजा रही है जिसे
आपने फिल्म बेटी बेटे में कठिन गीत गाते हुए भी देखा होगा. इसे
हमने फिल्म राम और श्याम में भी देखा. बेबी फरीदा अब फरीदा
दादी नाम से पहचानी जाती हैं और काफी टेली-सीरियल्स में वे
काम कर चुकी हैं.
गीत के बोल:
दईया री दईया
दईया री दईया जशोदा मईया इसको संभाल
बड़ा नटखट है तेरो नन्दलाल
बड़ा नटखट है तेरो नन्दलाल
दईया री दईया
दईया री दईया जशोदा मईया इसको संभाल
बड़ा नटखट है तेरो नन्दलाल
बड़ा नटखट है तेरो नन्दलाल
पनिया भरन को जाने ना दे
पनिया भरन को जाने ना दे
जायें तो वापस आने ना दे
आने ना दे
राह ना छोड़े
राह ना छोड़े मटकी फोड़े माखन ले निकाल
बड़ा नटखट है तेरो नन्दलाल
बड़ा नटखट है तेरो नन्दलाल
जमुना पे ऐसी बंसी बजाई
जमुना पे ऐसी बंसी बजाई
तन में मन में आग लगाई
आग लगाई
नींद चुराई
नींद चुराई राम दुहाई किया बुरा हाल
बड़ा नटखट है तेरो नन्दलाल
बड़ा नटखट है तेरो नन्दलाल
प्रीत बिना कोई गीत ना जाने
प्रीत बिना कोई गीत ना जाने
प्रीत की लेकिन रीत ना जाने
रीत ना जाने
बिरहा की मारी
बिरहा की मारी राधा बिचारी तड़पे कितने साल
बड़ा नटखट है तेरो नन्दलाल
बड़ा नटखट है तेरो नन्दलाल
दईया री दईया जशोदा मईया इसको संभाल
बड़ा नटखट है तेरो नन्दलाल
बड़ा नटखट है तेरो नन्दलाल
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Daiya re daiya-Aasra 1966
Artists: Ameeta, Jagdeep
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