हम दोनों मिल के काग़ज़ पे-तुम्हारी कसम १९७८
से एक गीत सुनते हैं. १९७८ की फिल्म है ये जिसमें राजेश रोशन का
संगीत है. मुकेश और आशा भोंसले का गाया युगल गीत आनंद बक्षी
द्वारा रचित है.
फिल्म में नवीन निश्छल और मौसमी चटर्जी प्रमुख कलाकार हैं. गीत
हालांकि पद्मिनी कपिला और नवीन निश्छल पर फिल्माया गया है.
गाने में रेल के इंजन और सीटी की आवाज़ से ऐसा लगता है मानो
गीत में रेल का सफर भी किया जा रहा हो मगर ऐसा है नहीं.
गीत के बोल:
ये ना होगा
नहीं होगा होगा
कैसे
मानो तुम अगर मेरा कहना
हम दोनों मिल के काग़ज़ पे दिल के
चिट्ठी लिखेंगे जवाब आएगा
हम दोनों मिल के काग़ज़ पे दिल के
चिट्ठी लिखेंगे जवाब आएगा
चिट्ठी के लिफ़ाफ़े पे नाम क्या लिखेंगे
नाम छोड़ो पूछो के पैग़ाम क्या लिखेंगे
हो लिखेंगे कि चिट्ठी मिलते ही चले आओ
बाग़ों में फूलों के खिलते ही चले आओ
चमकेंगे तारे दिल में हमारे
और बन के वो मेहताब आएगा
हम दोनों मिल के काग़ज़ पे दिल के
चिट्ठी लिखेंगे जवाब आएगा
वादा था तुम्हारा कभी दोगे इक निशानी
दूँगा अभी तो बाक़ी है सारी ज़िन्दगानी
जब हम न होंगे तब शायद ये बात हो
हो सकता है आज ही वो प्यार भरी रात हो
है वो सफ़र में इस सूने घर में
बन के मेहमान वो जनाब आएगा
हम दोनों मिल के काग़ज़ पे दिल के
चिट्ठी लिखेंगे जवाब आएगा
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Ham dono mil ke-Tumhari kasam 1978
Artists: Padmini Kapila, Naveen Nishchal
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