प्यार के पतंग की-५ राईफल्स १९७४
हैं. इस फिल्म की लोकप्रिय कव्वाली आप सुन चुके हैं काफी समय
पहले.
प्रस्तुत गीत राजेश खन्ना के डुप्लिकेट राकेश खन्ना पर फिल्माया
गया है. राजेंद्र कृष्ण का गीत है और कल्याणजी आनंदजी ने इसका
संगीत तैयार किया है और किशोर कुमार गायक हैं.
गीत के बोल:
प्यार के पतंग की
प्यार के पतंग की डोर जिसके हाथ है
किस्मत भी उसके हाथ है जो ले उड़ा सो ले उड़ा
जो ले उड़ा सो ले उड़ा
प्यार के पतंग की
प्यार के पतंग की हाँ डोर जिसके हाथ है
किस्मत भी उसके हाथ है जो ले उड़ा सो ले उड़ा
जो ले उड़ा सो ले उड़ा
कारवां तो चल दिया कोई हाथ मलता रह गया
कोई हाथ मलता रह गया
अपनी नाकामी पे कोई दिल में जलता रह गया
कोई दिल में जलता रह गया
चलने वाले चल दिए और रहने वाले रह गए
चलने वाले चल दिए और रहने वाले रह गए
अरे जाते जाते जाने वाले बात ये भी कह गए
जाते जाते जाने वाले बात ये भी कह गए
अब शोर मचाने से क्या फायदा
जो ले उड़ा सो ले उड़ा
जो ले उड़ा सो ले उड़ा जो ले उड़ा सो ले उड़ा
हाँ हाँ हाँ हुस्न को जीता है हमने बाजुओं के जोर से
हाँ बाजुओं के जोर से
हाँ हाँ हाँ ले चले हैं बाँध के अब आशिकी की डोर से
हाँ आशिकी की डोर से
ये सुनहरा बाल हैं और ये गुलाबी गाल हैं
हाँ ये सुनहरा बाल हैं और ये गुलाबी गाल हैं
पहले दुश्मन के थे लेकिन अब तो अपना माल है
हाँ पहले दुश्मन के थे लेकिन अब तो अपना माल है
वो तो चला गया उसे भूल जा
जो ले उड़ा सो ले उड़ा जो ले उड़ा सो ले उड़ा
जो ले उड़ा सो ले उड़ा जो ले उड़ा सो ले उड़ा
जो ले उड़ा सो ले उड़ा
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Pyaar ke patang ki-5 Rifles 1974
Artist: Rakesh Kumar, Ambika Johar
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