टकरा गया तुमसे दिल-आन १९५२
ये गीत भी रफ़ी ने गाया है. दिलीप कुमार और नादिरा पर
फिल्माए गए इस गीत को शकील बदायूनीं ने लिखा है. इस
गीत को स्वरबद्ध करने वाले संगीतकार हैं नौशाद.
नायक के चेहरे पर दर्द वाली मुस्कराहट है. गीत काफी धीमी
गति वाला है मगर कर्णप्रिय है.
गीत के बोल:
दिल को हुआ तुमसे प्यार अब है तुम्हें इख्तियार
चाहे बना दो चाहे मिटा दो
टकरा गया तुमसे दिल ही तो है
रोये ना ये क्यूँ घायल ही तो है
टकरा गया तुमसे दिल ही तो है
रोये ना ये क्यूँ घायल ही तो है
घायल ही तो है
वो प्यार से नफरत करते हैं
हम हैं के उन्हीं पे मरते हैं
वो प्यार से नफरत करते हैं
हम हैं के उन्हीं पे मरते हैं
अब कैसे निभे मुश्किल ही तो है
अब कैसे निभे मुश्किल ही तो है
टकरा गया तुमसे दिल ही तो है
रोये ना ये क्यूँ घायल ही तो है
घायल ही तो है
बेदर्द को ए दिल याद ना कर
तड़पे जा यूँ ही फ़रियाद न कर
बेदर्द को ए दिल याद ना कर
तड़पे जा यूँ ही फ़रियाद न कर
क्यों रहम करे कातिल ही तो है
क्यों रहम करे कातिल ही तो है
टकरा गया तुमसे दिल ही तो है
रोये ना ये क्यूँ घायल ही तो है
घायल ही तो है
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Takra gaya tumse dil-Aan 1952
Artists: Nadira, Dilip Kumar
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