Dec 5, 2017

भागवत भगवान की है आरती-भागवत महिमा १९५५

सरस्वती कुमार दीपक का लिखा एक गीत सुनते हैं
सन १९५५ की फिल्म भागवत महिमा से. इसे गाया
है हेमंत कुमार ने और संगीतकार भी हेमंत कुमार ही
हैं.

भागवत महिमा के बारे में सभी जानते हैं. कुछ वर्षों
से भागवात कथा के काफी भव्य आयोजन होने लगे
हैं. पौष के माह में ये आयोजन सबसे ज्यादा होते हैं.




गीत के बोल:

भागवत भगवान की है आरती
पापियों को पाप से है तारती
भागवत भगवान की है आरती
पापियों को पाप से है तारती

ये अमर ग्रन्थ ये मुख्य पन्थ
ये पंचम वेद निराला
नव ज्योति जगानेवाला
ये अमर ग्रन्थ ये मुख्य पन्थ
ये पंचम वेद निराला
नव ज्योति जगानेवाला
हरिगान यही वरदान यही
जग के मंगल की आरती
पापियों को पाप से है तारती

भागवत भगवान की है आरती
पापियों को पाप से है तारती

ये शान्ति गीत पावन पुनीत सा
कोप मिटाने वाला
हरि दरश दिखानेवाला
ये शान्ति गीत पावन पुनीत सा
कोप मिटाने वाला
हरि दरश दिखानेवाला
है सुख करनी है दुःख हरनी
मधुसूदन की आरती
पापियों को पाप से है तारती

भागवत भगवान की है आरती
पापियों को पाप से है तारती

ये मधुर बोल जगफन्द खोल
सन्मार्ग दिखाने वाला
बिगड़ी को बनाने वाला
ये मधुर बोल जगफन्द खोल
सन्मार्ग दिखाने वाला
बिगड़ी को बनाने वाला

श्री राम यही घनश्याम यही
प्रभु की महिमा की आरती
पापियों को पाप से है तारती

भागवत भगवान की है आरती
पापियों को पाप से है तारती
भागवत भगवान की है आरती
पापियों को पाप से है तारती
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Bhagwat Bhagwan ki hai aarti-Bhagwat mahima 1955

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