वादियों में खो जाएँ-आरम्भ १९७६
आरम्भ से एक युगल गीत मुकेश और आरती मुखर्जी का गाया
हुआ. शकील अहमद के लिखे बोलों की तर्ज़ बनाई है संगीतकार
आनंद शंकर ने.
ऑफ बीट फिल्म आरम्भ का निर्देशन ज्ञान कुमार ने किया है
और इसमें किशोर नामित कपूर, राकेश पांडे और रमा विज़ जैसे
कलाकारों ने काम किया है.
आरती मुखर्जी बंगाल में एक बेहद लोकप्रिय नाम है और उन्होंने
कई हिंदी फिल्मों के लिए गीत गाये हैं. उनके प्रमुख लोकप्रिय गीतों
में तपस्या का दो पंछी, मासूम का दो नैना एक कहानी हैं.
गीत के बोल:
वादियों में खो जाएं हम तुम
आओ इन वादियों में खो जाएं हम तुम
हम तुम
ये समा है सुहाना
हाँ जी हाँ सुहाना
हो जाएं गुमसुम
हो हो हो हो वादियों में खो जाएं हम तुम
आओ इन वादियों में खो जाएं हम तुम
हम तुम
ये समा है सुहाना
हाँ जी हाँ सुहाना
हो जाएं गुमसुम
मुझे दोनों जहाँ की मिल गई हैं ख़ुशियाँ
तुम जो मिले हमराही मिले
दिल का ये चमन फिर लगा मुस्कुराने
अरमानों के हैं फूल खिले
सहारा तुम ही तो हो सहारा
हाँ जी हाँ सहारा
चलते जाएं हम
प्यारा ये समा है मौसम भी जवाँ है
चारों तरफ़ हुस्न की दास्ताँ है
मुझे लगता है जैसे हमें देख कर ये
लगा मुस्कराने ज़मीं आसमां है
दीवाना प्यार में हो के दीवाना
जैसे ये सारा ज़माना
अपनी धुन में ग़ुम
आ हाँ हाँ हाँ वादियों में खो जाएं हम तुम
आओ इन वादियों में खो जाएं हम तुम
हम तुम
ये समा है सुहाना
हाँ जी हाँ सुहाना
हो जाएं गुमसुम
ओ हो हो हो वादियों में खो जाएं हम तुम
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Wadiyon mein kho jayen-Aarambh 1976
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