उई इतनी बड़ी महफ़िल-दिल अपना और प्रीत पराई १९६०
गीत दिल अपना और प्रीत पराई फिल्म से जिसे आशा भोंसले ने
गाया है. ६० के दशक तक आशा भोंसले ने शंकर जयकिशन खेमे
के लिए कम गीत गाये थे, ये घाटा १९६५ के बाद पूरा हो गया.
गीत फिल्माया गया है हेलन पर. गीत में आपको राजकुमार और
नादिरा भी दिखाई देंगे जो सूप जैसी किसी चीज़ का स्वाद ले रहे
हैं. नेट पर खंगालिये आपको ये भी पता चल जायेगा सूप किस चीज़
का है. आजकल की रिसर्च इस हद तक बढ़ गई है कि जनता ये
भी बतला देती है किस कलाकार के घर में कौनसी मिर्च खाने के
लिए प्रयोग में लायी जाती थी. सुनते हैं गीत, बातें तो होती ही रहेंगी.
हसरत जयपुरी ने इस गीत को लिखा है.
गीत के बोल:
उई इतनी बड़ी महफ़िल और इक दिल किसको दूँ
दिल किसको दूँ
उई इतनी बड़ी महफ़िल और इक दिल किसको दूँ
दिल किसको दूँ
ये दिल ये वो दिल जिसको पाला था हमने बड़े नाज़ से
ये दिल ये वो दिल जिसको पाला था हमने बड़े नाज़ से
उई कोई तो बताओ कोई समझाओ दिल इसको दूँ या उसको दूँ
उई इतनी बड़ी महफ़िल और इक दिल किसको दूँ
है यहाँ आज तो एक धूम परवानो में
फँस गई जाँ मेरी बेशुमार दीवानो में
है यहाँ आज तो एक धूम परवानो में
फँस गई जाँ मेरी बेशुमार दीवानो में
मुशकिल तो ये है किसकी सुनूँ
अपना यहाँ पे किसको चुनूँ
मुशकिल तो ये है किसकी सुनूँ
अपना यहाँ पे किसको चुनूँ
उई तन के ये उजले मन के ये काले दिल इसको दूँ या उसको दूँ
उई इतनी बड़ी महफ़िल और इक दिल किसको दूँ
जब मिले इक नज़र इक नज़र पे बिजली गिरे
मैं जहाँ चल पड़ूँ मेरे साथ दूनियाँ चले
जब मिले इक नज़र इक नज़र पे बिजली गिरे
मैं जहाँ चल पड़ूँ मेरे साथ दूनियाँ चले
रोके हैं लोग राहें मेरी थामे हसीन बाहें मेरी
रोके हैं लोग राहें मेरी थामे हसीन बाहें मेरी
मुशकिल तो ये है किसकी सुनूँ
अपना यहाँ पे किसको चुनूँ
उई रूप के लुटेरे प्यार न जाने दिल इसको दूँ या उसको दूँ ...
उई इतनी बड़ी महफ़िल और इक दिल किसको दूँ
दिल किसको दूँ
ये दिल ये वो दिल जिसको पाला था हमने बड़े नाज़ से
ये दिल ये वो दिल जिसको पाला था हमने बड़े नाज़ से
उई कोई तो बताओ कोई समझाओ दिल इसको दूँ या उसको दूँ
उई इतनी बड़ी महफ़िल और इक दिल किसको दूँ
...............................................................
Ui itni badi mehfil aur-Dil apna aur preet parayi 1960
Artist: Helen
0 comments:
Post a Comment